"अखिलेश यादव सपा सरकार में बेहतर कानून व्यवस्था का वादा कर रहे हैं तो बुधवार को उन्होंने यह भी कह दिया कि जिन्हें कानून का सम्मान नहीं करना है या अन्याय करना है, वे सपा को ना दें वोट"
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लखनऊ (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी योगी राज में कानून व्यवस्था को बेहतर बताते हुए समाजवादी पार्टी के 2012-17 के शासन में गुंडागर्दी के आरोप लगा रही है। बीजेपी का हर नेता चुनावी सभाओं में जनता से कह रहा है कि सपा की सरकार आई तो फिर यूपी में गुंडागर्दी बढ़ जाएगी। बीजेपी के आक्रामक अभियान पर अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को सफाई देनी पड़ रही है। वह सपा सरकार में बेहतर कानून व्यवस्था का वादा कर रहे हैं तो बुधवार को उन्होंने यह भी कह दिया कि जिन्हें कानून का सम्मान नहीं करना है या अन्याय करना है। वे सपा को वोट ना दें। अखिलेश यादव ने औरैया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने पुलिस को 100 नंबर वाली गाड़ी दी गई थी, ताकि खेतों में गांवों में कहीं झगड़ा हो जाए तो गरीब नंबर मिलाए और पुलिस तुरंत पहुंच जाए। थाने में जाने की जरूरत ना हो। लेकिन हमारे बाबा मुख्यमंत्री ने 100 नंबर का 112 कर दिया। जैसे ही 112 हुई, हमारी पुलिस का इन्होंने कबाड़ा कर दिया।
कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए हमें 100 नंबर वाली गाड़ी बढ़ानी पड़ी तो बढ़ाएंगे, जिससे हमारे गरीब और किसान पर कभी संकट ना आए और अन्याय ना होने पाए। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि हम कह कर जा रहे हैं कि जिन्हें कानून व्यवस्था को हाथ में लेना है, कानून को नहीं मानना है, वह समाजवादी पार्टी को वोट ना दें। जिन्हें गरीब पर अन्याय करना है वह सपा को वोट ना दें। क्योंकि हमारे बाबा जी सबसे ज्यादा आरोप लगा रहे हैं, लेकिन इनकी सरकार की ओर भी मुड़कर देखो, आईपीएस फरार है। एक व्यापारी को पुलिस ने वसूली के नाम पर इतना पीटा कि उसकी जान चली गई। आपने देखा कि लखीमपुर जैसी घटना दुनिया में कहीं नहीं हुई होगी। सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे बाबा मुख्यमंत्री इसलिए कानून के व्यावस्था के बारे में इसलिए ज्यादा चर्चा करते हैं, क्योंकि वह सुबह उठते हैं और शीशे में देखते हैं तो जो उन्हें दिखाई देता है उसी पर सुबह से शाम तक चर्चा करते हैं। बताओ देश में कोई मुख्यमंत्री है, जिस पर इतने मुकदमे रहे हों। यह पहले सीएम थे जिन्होंने अपने मुकदमे वापस लिए। इसलिए नए उत्तर प्रदेश के लिए हम आपसे मदद और सहयोग मांगने आए हैं।
रिपोर्ट- लखनऊ डेस्क