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बलिया: इस दहेज हत्या में पड़ताल पुलिस करे या बाप, 72 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली, न शव हुआ बरामद न पकड़े गए दहेज लोभी


बलिया (ब्यूरों) हैदराबाद में डाक्टर से हैवानियत करने वाले चारों आरोपितों को सीन रिक्रिएशन के दौरान पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराते हुए पीड़ित पक्ष को थोड़ी राहत जरूर प्रदान की लेकिन यहां सहतवार पुलिस की कारगुजारी दहेज हत्या में अपनी बेटी खो चुके एक बाप पर भारी पड़ने लगी है। विडंबना यह कि मामला दर्ज होने के 72 घंटे बाद भी न तो पुलिस ने शव बरामद किया और न ही दहेज लोभी गिरफ्त में आए। पुलिस उल्टे बाप से कह रही तुम ही बताओ तुम्हारी बेटी को किस जगह जला कर मारा गया। ऐसे में सवाल उठता है कि पड़ताल करना पुलिस का काम है या बाप का...। 
सहतवार थाना क्षेत्र के कुशहर निवासी श्रीकृष्ण कुमार वर्मा की तहरीर में उल्लिखित तथ्यों के मुताबिक उसने अपनी बेटी गुड़िया (28 वर्ष) की शादी 24 जून 2012 को इसी थाना क्षेत्र के बघांव निवासी इंद्रासन वर्मा के पुत्र लक्ष्मण से हिंदू रीति रिवाज़ के अनुसार धूमधाम से की थी। दो वर्ष तक तो सबकुछ ठीक-ठाक रहा लेकिन उसके बाद उसका पति मोटरसाइकिल के लिए गुड़िया को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। इस बीच दो बच्चों के बाप लक्ष्मण के संबंध गुड़िया की छोटी बहन रानी से मधुर हो चले और अप्रैल 2017 में उन दोनों ने सहतवार स्थित चैनराम बाबा के समाधि स्थल परिसर में शादी कर ली। इसके बाद लक्ष्मण ने गुड़िया को बुरी तरह पीटा और उसे मायके छोड़ आया। इस मामले में गुड़िया के पिता ने सहतवार थाने में मामला दर्ज कराया जिसे पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया। 
गुड़िया के पिता श्रीकृष्ण कुमार वर्मा बताते हैं कि छठ पूजा के दो दिन पूर्व गुड़िया अपने बेटे अंजनी व आदर्श से मिलने ससुराल गई तो वहां उसकी अपने पति से जबरदस्त कहासुनी हुई। उस दौरान लक्ष्मण ने उसे बुरी तरह पीटा और छत से नीचे फेंक दिया जिससे गुड़िया को काफी चोट आयी। उस दौरान वह अचेत हो गई थी। आसपास के लोगों के जोर देने पर वह इलाज के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर गई लेकिन डॉक्टर द्वारा आपरेशन की बात कहे जाने पर वह वापस अपनी ससुराल लौट गई। श्रीकृष्ण कुमार वर्मा बताते हैं कि सूचना मिलने पर वह गांव के ही दीपक के साथ तीन दिसंबर को बघांव गए जहां गुड़िया अचेतावस्था में मिली। होश आने पर उसने सारी बात बताई। इसके बाद वे घर लौट आए। अगले ही दिन गुड़िया का ससुर उनके घर पहुंचा और पूर्व में दर्ज कराए गए मामले को वापस लेने के लिए दबाव बनाने लगा। न लेने पर उसने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दे डाली और वापस लौट गया। किसी अनहोनी की आशंका में पांच दिसंबर को गुड़िया का पिता उससे मिलने बघांव गया तो उसका पता नहीं चल पाया और ससुराल वाले घर में ताला लगा फरार हो गए थे। आसपास के लोगों से पता चला कि ससुराल वाले गुड़िया को जान से मारने के बाद उसका शव गायब कर फरार हो गए हैं। 
श्रीकृष्ण कुमार वर्मा की तहरीर पर पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज तो कर लिया लेकिन खुद पड़ताल करने की जगह उसी से कह रहे कि तुम ही बताओ  तुम्हारी बेटी को ससुराल वालों ने कहां जलाया। अब बेचारा बाप उन्हें क्या बताए। एक तो उसने अपनी एक बेटी खो दी, ऊपर से पुलिस की तरह-तरह की बातें। समझ में नहीं आ रहा उसे क्या करे... ।

बहन ही बन बैठी सौतन-
कहते हैं खून के रिश्ते ही अपने होते हैं लेकिन यहां तो छोटी बहन ही बड़ी बहन की सौतन बन बैठी।  उसने तनिक नहीं सोचा कि इस क्रम में वह अपनी सगी बहन की जिंदगी ही बर्बाद कर रही है।

रिपोर्ट- दीपक ओझा 

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