"श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन गुरुवार को कथा व्यास आचार्य पं० विनोद पाण्डेय ने भगवान कृष्ण के जन्म एवं लीलाओं की कथा सुनाकर श्रोताओं को किया भाव विभोर"
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रतसर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। स्थानीय कस्बे के जनऊपुर गांव में स्थित कामेश्वर नाथ शिव मन्दिर परिसर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन गुरुवार को कथा व्यास आचार्य पं० विनोद पाण्डेय ने भगवान कृष्ण के जन्म एवं लीलाओं की कथा सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। कथा व्यास ने कहा कि परमात्मा ही परम सत्य है, जब हमारी वृति परमात्मा में लगेगी तो संसार गायब हो जाएगा। प्रश्न यह है कि परमात्मा संसार में घुले-मिले हैं, तो संसार का नाश होने पर भी परमात्मा का नाश क्यों नहीं होता। इसका उत्तर यही है कि भगवान संसार से जुड़े हैं और अलग भी है। आकाश में बादल रहता है और बादल के अंदर भी आकाश तत्व है। बादल के गायब होने पर भी आकाश गायब नहीं होता। इसी तरह संसार गायब होने पर भी परमात्मा गायब नहीं होते। संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं है। प्रभु हमें समझाना चाहते है कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है। इसलिए संसार के नश्वर भोग पदार्थों की प्राप्ति में अपने समय, साधन और सामर्थ्य को अपव्यय करने की जगह हमें अपने अंदर स्थित परमात्मा को प्राप्त करने का लक्ष्य रखना चाहिए। इसी से जीवन की कल्याण संभव है। इस दौरान यज्ञाचार्य पं० संजय उपाध्याय, शिवजी पाठक, एवं मुनिशंकर तिवारी द्वारा मंडप में विभिन्न देवी-देवताओं का विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। कथा आयोजक उमेश चन्द्र पाण्डेय ने बताया कि कथा में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने के लिए आ रहे है। कथा संचालन में सुरेन्द्र नाथ पाण्डेय, नरेन्द्र नाथ पाण्डेय, रामप्रवेश पाण्डेय व बब्बन पाण्डेय सहित दर्जनों लोग सम्मिलित रहें।
रिपोर्ट- संवाददाता अभिषेक पाण्डेय