"लड़कियों को बेचने वाले शातिर व्यक्ति ने ग्राहक मिलने पर अपनी ही बहू का कर दिया सौदा, पुलिस ने बाराबंकी रेलवे स्टेशन से बेची गई महिला को किया बरामद और गुजरात के रहने वाले 8 लोगों को किया गिरफ्तार"
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खबरें आजतक Live |
पकड़े गए आरोपियों में साहिल पंचा, पप्पू भाई शर्मा, अपूर्व पंचा, गीता बेन, नीता बेन, शिल्पा बेन, राकेश व अजय भाई पंचा सभी निवासी आडेव आदिनाथ नगर थाना उमेडा अहमदाबाद (गुजरात) शामिल हैं। पीड़ित पति की तहरीर पर पुलिस ने पकड़े गए आठ आरोपियों के साथ युवक के पिता चंद्र राम व रामू गौतम के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज किया है। मुख्य आरोपी चंद्रराम व रामू गौतम अभी भी फरार हैं। युवक ने बताया कि वह गाजियाबाद में टैक्सी चलाता है। वर्ष-2016 एक एप के माध्यम से असम की एक लड़की से बात हुई। वर्ष 2019 में उसने लखनऊ में मन्दिर में लड़की से शादी कर ली और उसे लेकर गाजियाबाद जाकर टैक्सी चलाकर परिवार पालने लगा। युवक के अनुसार पिता ने बीमारी की बात कहते हुए बहू को भेजने की बात कही। जिस पर उसने बुकिंग होने की बात कहकर पत्नी को दो जून की रात को भेजा जो तीन की सुबह गांव पहुंच गई। युवक ने बताया कि 3 की रात को उसने भी ट्रेन पकड़ ली और 4 की सुबह बाराबंकी पहुंच गया।
घर पहुंचा तो पत्नी नहीं दिखी। पता चला कुछ बाहरी लोग अभी कुछ देर पहले निकले हैं। युवक ने बताया कि पिता के चरित्र को वह जानता था इसलिए वह बस स्टैंड होता हुआ रेलवे स्टेशन पहुंचा तो देखा कि पत्नी कुछ लोगों के साथ खड़ी है। जिस पर उसने पुलिस की मदद ली। रामनगर क्षेत्र के ही एक गांव का रामू गौतम अहमदाबाद गुजरात में काम करता था, उसने अपने दोस्त चंद्र राम वर्मा को बताया कि अहमदाबाद के साहिल पंचा की शादी के लिए लड़की खरीदना चाहता है। रुपए मिलने की बात सुनते ही चंद्र राम ने अपनी बहू को बेचने की योजना बना डाली। यही नहीं उसने अपने बेटे को बीमारी की बात बता कर बहू को बुलाया और उधर गुजरात के लड़की खरीदने वालों को भी बुलाया। चंद्र राम वर्मा ने 80 हजार रुपए में सौदा तय किया। साठ हजार नगद और 20 हजार बहाने से अपने बेटे के खाते में डलवा दिए। युवक ने कहा कि रुपए आने पर उसका शक और गहरा गया था।
रिपोर्ट- बाराबंकी डेस्क