"एसडीएम सदर व ईओ सीमा राय की गाड़ियां बिना किसी पूर्व सूचना के जैसे ही पंचायत भवन पर पहुंची, आम जनमानस का लग गया तांता"
रतसर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। नवसृजित नगर पंचायत रतसर के हृदय स्थल पंचायत भवन पर रविवार सायं एसडीएम सदर व ईओ सीमा राय की गाड़ियां बिना किसी पूर्व सूचना के जैसे ही पंचायत भवन पर पहुंची, आम जनमानस का तांता लग गया।साथ ही आम नागरिकों के समक्ष देर शाम तक बैठक चली। बैठक में उपस्थित रतसर एवं सटे हुए ग्राम पंचायतों के लेखपाल से सरकारी जमीनों का जायजा लिया गया। मौखिक रूप से पहले तो पंचायत भवन को ईओ कार्यालय बनाये जाने के साथ ही अहाते में ही ईओ आवास, शौचालय तथा बिजली की व्यवस्था पर विचार मंथन हुआ। फिर नवसृजित रतसर नगर पंचायत के चहुँमुखी विकास पर आम राय मांगी गयी। मौके पर मौजूद किसान फोर्स के संस्थापक अखिलेश कुमार सिंह ने प्रधान मंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट शौचालय एवं जरूरत मंदों के लिए पीएम आवास का मुद्दा उठाया। बताया कि नगर का इस कोरोना काल में भी न तो नालियों की सफाई हुई ना ही सेनेटाइजेशन हो सका। पेयजल के लिए पानी टंकी का निर्माण, जाम नालियों से जल निकास के लिए नगर के बाहर ले जाने वाले बड़े नालों के निर्माण को तत्कालीन जरूरत बताया।
हालांकि एसडीएम राजेश यादव ने वर्तमान व्यवस्था से कहीं बेहतर सिन्धुघाटी की नगरीय व्यवस्था को बतलाया। विनय सिंह एवं प्रमोद गोंड ने नगर की चरमराई विद्युत व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए कहा कि नगर के लिए 250 केवीए का ट्रान्सफारमर सांसद निधि से मंजूर होने के बावजूद अधर में लटका है।लेखपाल संतोष सिंह को इसके लिए भूमि चिन्हित करने का निर्देश मिला। आमजनों के बीच से सूअर बाड़ा, सुलभ शौचालय व मनरेगा मे काम मिलने जैसे मुद्दे भी सामने आए। इसी बीच क्रय केन्द्र पर गेहूँ खरीद में हेराफेरी एवं लापरवाही के लिए किसान नेता की शिकायत पर सोसाइटी इंचार्ज ओमप्रकाश सिंह ऊर्फ मूसन सिंह को कड़े निर्देश भी मिले।शिकायत करते थक चुकी जनता को भले ही बैठक में हुई मौखिक चर्चा पर विश्वास न हुआ हो पर ईओ एवं एसडीएम के सकारात्मक सोच से लगा कि रतसर नगर पंचायत में विकास की गंगा जरूर बहेगी। इस प्रकार के मौखिक ही सही पर नवसृजित नगर पंचायत के ज्वलंत मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा से आम जनमानस में यह आस जगी है कि अब रतसर नगर पंचायत का विकास होकर रहेगा।