"रामलीला के दूसरे दिन भी समापन तक जमें रहें दर्शक, शांति व्यवस्था व कोरोना काल को देखते हुए कांस्टेबल व होमगार्ड के जवान भी अंत तक रहें मौजूद"
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रतसर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। श्री बीका भगत सेवा संस्थान रतसर के तत्वावधान में संचालित रामलीला कमेटी द्वारा कोरोना काल में सामाजिक दूरी के बीच स्थानीय लोगों द्वारा मंचित 43वें संगीतमय रामलीला के दूसरे दिन सोमवार के मुख्य प्रायोजक एग्री जंक्शन रतसर (दक्षिण चट्टी) के प्रोपराइटर सुरेन्द्र यादव रहे। सुरेंद्र यादव अपने सहयोगियों के साथ रामलीला मंच पर पहुंच कर चतुर्भुज भगवान विष्णु के अभिनय प्रतीक की आरती वन्दना किया गया तथा इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रामलीला हमें सिर्फ़ नाटक की तरह नही बल्कि एक महान प्रेरणा रुप में देखना चाहिए। हर घर मे राम जैसे आदर्शवादी व प्रेरणादायक लोग हो, भरत जैसे भाई और सीता जैसी नारी हो तो कलयुग ही सतयुग बन जायेगा। हम सभी को उसकी अच्छाइयाँ अपना कर बुराईयो को त्याग देना चाहिए।
दूसरे दिन राम लीला मंचन में रावण, कुम्भकर्ण, विभीषण द्वारा वन में उग्र तप करना, ब्रह्मा से वरदान प्राप्त करना, राक्षसों द्वारा अत्याचार करना आदि, पृथ्वी का गौ रूप धारण कर देवताओं के पास जाना आदि का मंचन देर रात्रि 12:30 तक चलता रहा। दर्शकजन अंत तक अपनी जगह पर जमे रहे। बीच-बीच में नर्तकियों ने नृत्य कर लोगो का मनोरंजन किया। शांति व्यवस्था व कोरोना काल को देखते हुए कांस्टेबल व होमगार्ड के जवान भी अंत तक मौजूद रहे। इस अवसर सुरेंद्र यादव के साथ, शिव लोचन यादव, मदन यादव, सुनील पटेल, अशोक यादव, अमरजीत यादव, अरविंद कुमार यादव, गुड्डू बरनवाल तथा स्थानीय महिला, पुरुष व बच्चे आदि मौजूद रहे। श्री बीका भगत सेवा संस्थान के अध्यक्ष अजीत सिंह व रामलीला कमेटी के अध्यक्ष नंदू सिंह संयुक्त रूप सभी का आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय