"प्रेमिका के साथ रंगरेलिया मनाना एक विवाहित व्यक्ति पर उस समय पड़ा भारी, जब उसकी पत्नी ने होटल पहुंच कर पति की चप्पलों से की धुनाई"
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बेल्थरा रोड (बलिया, उत्तर प्रदेश)। प्रेमिका के साथ रंगरेलिया मनाना एक विवाहित व्यक्ति पर उस समय भारी पड़ गया जब उसकी पत्नी ने होटल पहुंच कर उनकी चप्पलों से धुनाई कर दी। बाद में एंटी रोमियों दल के साथ महिला पति को पीटते हुए सीयर पुलिस चौकी ले गई। मारपीट के दौरान मची भगदड़ का फायदा उठाते हुए पति की प्रेमिका वहां से नौ दो ग्यारह हो गई। एंटी रोमियो दल के साथ पत्नी अपने पति के साथ पहले सीयर पुलिस चौकी व बाद में उसे उभांव थाना लेती गई। इस सम्बन्ध में कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर सीओ रसड़ा का कहना था कि उनके हस्तक्षेप के बाद मामला चौकी से थाना तक गया। आगे की कार्रवाई थानाध्यक्ष ही बता सकते हैं। उधर इस घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि रविवार को विजयादशमी के अवसर पर एक विवाहित युवक अपनी प्रेमिका के साथ उभांव थाना क्षेत्र के आदर्श नगर पंचायत स्थित एक होटल में आकर ठहरा हुआ था। युवक की इस हरकत की भनक कहीं से उसकी पत्नी को लग गई। अपने पति को रंगे हाथों पकड़ने की नियत से वह उक्त होटल पर जा पहुंची। होटल के बाहर अपने पति की बाइक खड़ी देख वह उसी पर बैठ गई तथा उनके बाहर निकलने का इंतजार करने लगी। कुछ ही देर बाद उसका पति अपने प्रेमिका के साथ बाहर आता दिखा। पति को दूसरी औरत के साथ देख उसकी पत्नी अपना आपा खो बैठी तथा चप्पल लेकर प्रेमी युगल पर टूट पड़ी। मारपीट के दौरान युवक की प्रेमिका वहां से खिसकने में सफल हो गयी।
उधर रणचंड बनी पत्नी ने अपने पति को मारते-पीटते सीयर पुलिस चौकी ले आई। जहां बाद में चौकी प्रभारी द्वारा सीओ के हस्तक्षेप से उसे थाना पर भेज दिया गया। चर्चा है कि बाद में थाने से पकड़े गये युवक को छोड़ दिया गया। जब इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष योगेन्द्र बहादुर सिंह से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन रिसीव नही हुआ। बाद में सीओ केपी सिंह ने बातचीत में बताया कि उन्होने हस्तक्षेप कर मामला सीयर पुलिस चौकी से थाना पर पहुंचाया था आगे की कार्रवाई थानाध्यक्ष ही बता सकते हैं।
बताते चलें कि नगर स्थित लाज पर पहलें भी इस तरह का आरोप लगता रहा है। नगर स्थित तथाकथित लाज पर गाहे-बेगाहे प्रेमी जोड़ों को आश्रय देने का आरोप लगता रहता है। सूत्रों की माने तो तथाकथित लाज अब ऐसे ही धंधों के बल पर अपना अस्तित्व बनाए हुए हैं। दो वर्ष पूर्व पुलिस का छापा भी ऐसे तथाकथित लाज पर पड़ता रहता था। परन्तु वर्तमान में तथाकथित लाज संचालक व पुलिस के गठजोड़ के चलते ऐसी कार्रवाई पर विराम सा लग गया है। देखना है नई गठित एंटी रोमियो दल ऐसे तथाकथित लाज पर कार्रवाई कर इसका पर्दाफाश करता है या वह भी ऐसे लोगों के गठजोड़ में शामिल हो जाता है। फिलहाल यह यक्ष प्रश्न तो भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ हैं।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय