सिकन्दरपुर (बलिया) उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर संगम लाल यादव को तत्काल हटाने की मांग को लेकर सोमवार को आंदोलन करने व जुलूस निकालने के मामले में सपा के कद्दावर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री जियाउद्दीन रिजवी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ के निर्देश पर सिकन्दरपुर थाने में भी पुलिस ने इनके विरुद्ध निषेधाज्ञा व लॉकडाउन उल्लंघन के साथ ही महामारी फैलाने व सार्वजनिक मार्ग अवरुद्ध करने को लेकर पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी, रामजी यादव, भीष्म चौधरी, खुर्शीद आलम, तारिक अजीज, अतुलेश यादव, राजकुमार यादव, जंगली यादव, शिवजी त्यागी, विरेन्द्र यादव, अनिकेत साहनी समेत 18 नामजद व सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 188, 342, 269 व महामारी अधिनियम 3 के तहत नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जिसके बाद समाजवादी पार्टी के खेमे में जबरदस्त खलबली मची हुई है। बताते चलें कि बलिया पुलिस ने इसके पूर्व सोमवार को ही बलिया कोतवाली में भी पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी, सपा जिलाध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राज मंगल यादव, पूर्व विधायक संग्राम सिंह यादव, पूर्व जिला अध्यक्ष आद्याशंकर यादव व जिला महासचिव राजन कनौजिया समेत 5 नामजद व करीब 43 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था। जबकि पुलिस प्रशासन ने सपा नेताओं के खिलाफ लिखे दोनों मुकदमों को मीडिया से काफी दूर रखा।
ज्ञात हो कि सिकन्दरपुर एसडीएम संगम लाल यादव के कार्य प्रणाली से खफा सिकन्दरपुर के पूर्व विधायक व उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे मो० जियाउद्दीन रिजवी ने सोमवार को सिकन्दरपुर में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया था, और दोपहर बाद सपा के दिग्गज नेताओं संग जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए सिकन्दरपुर एसडीएम को हटाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के नाम संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा था। मिली जानकारी के अनुसार सिकंदरपुर थाना में पुलिस चौकी प्रभारी अमरजीत यादव की शिकायत पर सिकन्दरपुर पुलिस द्वारा एक और मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद समाजवादी पार्टी के खेमे में खलबली मची हुई हैं।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता