रतसर (बलिया) जनपद में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा निर्देशों के अनुसार सैम्पल लेने की प्रक्रिया अब तेजी के साथ होने लगी है। पहले जहां संक्रमित मरीज मिलते थे उसी के सम्पर्क में आए मरीजों का सैम्पल विभाग की प्राथमिकता थी। उसके बाद प्रवासी या अन्य देशों से आए लोगों की सैम्पलिंग की जाती थी। देश में संक्रमण बढ़ने की संख्या में लगातार इजाफा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अब विभाग ने मोबाइल एम्बुलेंस की व्यवस्था कर ली है जिसमें सैम्पल लेने के लिए पूरी व्यवस्था बनी हुई है, इसी का नतीजा रहा कि विगत एक सप्ताह के अन्दर प्रत्येक पीएचसी एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सैम्पल के लिए मोबाइल एम्बुलेंस पहुंचने लगी है। स्वास्थ्य विभाग भी इसमें कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है।
संक्रमित मरीज के सम्पर्क में आए, प्रवासी वर्ग की ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोग, बृद्धा आश्रम एवं चाइल्ड केयर सेन्टर से लगायत, कोरोना से सम्बन्धित लक्षणों वाले व्यक्तियों की सैम्पलिंग कराना आसान हो गया है। जिला सर्विलांस अधिकारी डा० ए. के. मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक पीएचसी पर नोडल केन्द्र की स्थापना की जा चुकी है। जैसे ही कोई सूचना जिले पर मिलती है, मोबाइल एंबुलेश तुरन्त उस पीएचसी पर पहुंच जाती है। इसी क्रम में सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर अन्य प्रदेशों से आए 24 प्रवासियों का सैम्पलिंग लिया गया। मोबाइल टीम में लैब टैक्नीशियन युसूफ अंसारी, संतोष कुमार यादव के अलावा जिला सर्विलांस टीम से धनेश पाण्डेय, फार्मासिस्ट अरूण कुमार शर्मा, एस.एन. त्रिपाठी मौजूद रहे।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय