बलिया (ब्यूरो) रेवती थाना क्षेत्र के नारायणगढ़ निवासी भूपेन्द्र पटेल (42 वर्ष) की शुक्रवार की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना को अंजाम दुर्जनपुर में सुबह करीब सवा छह बजे दिया गया। इस दौरान गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका थर्रा उठा। भागते समय बदमाश आ रही एक बोलोरो को रोक लिए और उसके मालिक राकेश को पिस्टल की नोक पर आतंकित कर बोलेरो से नीचे उतार दिए। इसके बाद चालक को अर्दब में लेते हुए बोलेरो से ही पूरब दिशा की ओर फरार हो गए।सूचना पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई है। पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र नाथ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस मामले में मृतक के पिता रामजी कुर्मी की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ हत्या का नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार नारायणगढ़ निवासी भूपेन्द्र पटेल रोजाना की भांति शुक्रवार को भी दुर्जनपुर मिल्क डेयरी पर सुबह 06 बजकर 15 मिनट पर दूध देकर वापस लौट रहा था। तब तक हत्यारों ने उस पर गोली बरसाना शुरू कर दिया। पीठ पर गोली लगने के बाद भी लहूलुहान हो चुका भूपेन्द्र भागते हुए करीब 200 मीटर दूर शायर जगदम्बा मंदिर के गेट से घुसकर पीछे के गेट से निकल ही रहा था कि हत्यारे पीछा करते हुए भूपेन्द्र की कनपट्टी पर गोली मार दिए। घटना के बाद हमलावर उत्तर दिशा में 50 मीटर दूर खड़ी बुलेरो के पास पहुंचे तथा गाड़ी मालिक राकेश साहनी की कनपटी पर असलहा सटा कर उन्हें गाड़ी से नीचे उतार दिया और गाड़ी में बैठ कर ड्राइवर लालबाबू वर्मा को लेकर पूरब दिशा की तरफ फरार हो गए।
घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक देवेन्द्रनाथ ने गहनता से छानबीन की। पुलिस ने मनियर में बुलेरो और उसके ड्राइवर को भी गिरफ्त में ले लिया। पुलिस फिलहाल आरोपी भगवती सिंह और ड्राइवर से पूछताछ कर फरार बदमाशों को गिरफ्तार करने के प्रयास में जुटी हुई है। इस मामले में मृतक के पिता रामजी कुर्मी ने अपने ही गांव के रहने वाले भगवती सिंह, उसके बेटे यशवंत सिंह, प्रकाश पाण्डेय व सोनू सिंह के विरुद्ध पुरानी रंजिश को लेकर हत्या करने की नामजद तहरीर दी है। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा कि घटना के बाद हमलावरों को मौके पर ड्राइवर सहित बुलेरो गाड़ी उपलब्ध हो जाना, यह मात्र संयोग नहीं हो सकता।
पुलिस मामले का पर्दाफाश करने में जुट गयी है। घटना के बाद मौके पर एएसपी संजय कुमार के अलावा सीओ बैरिया अशोक कुमार सिंह ने भी डटे रहे। एसएचओ शैलेश कुमार सिंह ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए बलिया भेज दिया। बताते चलें कि दूध कारोबारी भूपेंद्र भी हत्या के मामले में जेल जा चुका था। नारायणगढ़ निवासी भगवती सिंह के पुत्र सिंटू सिंह की हत्या के आरोप में 12 वर्ष पूर्व भूपेन्द्र जेल जा चुका था। रेवती थाने में अपराध संख्या 121/08 के मुताबिक 18 जून 2008 को भगवती सिंह के बेटे सिंटू को चाकू से गोद कर हत्या के मामले में मृतक भुपेंद्र मुख्य आरोपी था तथा सेशन कोर्ट से सजा भी हुई थी लेकिन विगत तीन वर्षों से वह उच्च न्यायालय से जमानत लेकर गांव पर ही रह रहा था।
फिलहाल पुलिस इस घटना को उसी घटना से जोड़ कर चल रही है। वहीं परिजनों का रोते-रोते हुआ बुरा हाल हैं। मृतक भूपेन्द्र की पत्नी ममता देवी अपने पति की हत्या की सूचना सुनते ही दहाड़े मारकर रोने लगी। वहीं दो वर्षीय एकलौती पुत्री संध्या अपनी मम्मी को रोते देख पापा-पापा चिल्लाकर रोने लग रही थी। बताते चलें कि भूपेन्द्र दो भाइयों में छोटा था। बड़ा भाई उमाशंकर पटेल इन्दौर में खानपान के होटल का संचालन करता है। घटना स्थल पर अपने पुत्र को लेटे देख उसके पिता रामजी पटेल भूपेन्द्र को पंजे से जकड़ फफक कर रोने लगे।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरों लोकेश्वर पाण्डेय