"लकड़ी के बांस एवं टेलीफोन के खंभे के सहारे मौत बनकर मंडरा रही है विद्युत लाइनें, राहगीरों के साथ स्थानीय लोगों की जान पर हर दम मंडरा रहा है खतरा"
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गड़वार (बलिया, उत्तर प्रदेश)। विद्युत विभाग की अनदेखी के कारण मौत बनकर झूल रहें बिजली लाइनों के गिरने व इनकी चपेट में आने से होने वाली घटनाओं के बाद भी जिम्मेदार आंखे मूंदे बैठे हैं। कुछ ऐसा ही हाल गड़वार क्षेत्र के हनुमान गढ़ी (त्रिमुहानी) नहर पार फेफना रोड पर देखने को मिला। वहां बिजली कनेक्शन लगातार किए जा रहे हैं, लेकिन विभागीय अफसर खंभे लगवाने की सुध लेना भूल गए हैं। लकड़ी के बांस एवं टेलीफोन के खंभे के सहारे विद्युत लाइनें मौत बनकर मंडरा रही है। राहगीरों के साथ यहां रहने वाले लोगों की जान पर हर दम खतरा मंडरा रहा है। अफसर से लेकर जनप्रतिनिधि भी स्थानीय लोगों को इस जटिल समस्या से निजात नहीं दिला पा रहे हैं। गड़वार फीडर स्थित पानी टंकी से हनुमान गढ़ी (त्रिमुहानी) तक करीब 500 मीटर तक बिजली का एक भी खंभा नहीं लगा है। विद्युत विभाग की ओर से करीब दर्जनों कनेक्शन करने के साथ ही उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन देने का काम जोरों से क्षेत्र में चल रहा है, लेकिन बिजली लाइनों के सपोर्ट के लिए खंभे लगाना विभाग मुनासिब नहीं समझ रहा। बांस पर लटके बिजली के तार में दौड़ रहा करंट मौत बनकर झूल रहा हैं। हल्की हवा चलने पर तार आपस में टकराते हैं तो आसपास के लोग सहम जाते हैं। तार इतने नीचे है कि कोई भी आसानी से खड़ा होकर इनको छू सकता है।
सोमवार को ही पछुआ हवा चलने के कारण गेहूं की खड़ी फसल में तार सहित बांस टूटकर खेत में गिर गया था। बिजली कर्मियों को सुचना देने के बावजूद मंगलवार दोपहर तक विभाग द्वारा संज्ञान नही लिया गया, जिसके बाद स्थानीय लोगों को चंदा इकट्ठा कर व्यवस्था दुरुस्त करानी पड़ी। उपभोक्ता रणजीत सिंह ने कहा कि खंभे लगवाने के लिए विभाग को लगातार अवगत कराया जा रहा है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। तार टूटकर गिरने से कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। कृपाशंकर तिवारी ने बताया कि विद्युत विभाग के अफसरों की घोर लापरवाही के कारण कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। लकड़ी के बांस पर मौत बनकर झूल रहे तार कभी भी गिर सकते हैं। विजय नारायन चौहान ने कहा कि विद्युत विभाग को जनता की जान व माल की परवाह नहीं है। कनेक्शन होने के बाद नियमित तरीके से बिजली का भुगतान किया जा रहा है। अखिलेश दूबे ने बताया कि खंभे लगवाने के लिए अफसरों के पास कई बार चक्कर लगाए। पर हर बार विभागीय अधिकारियों द्वारा आश्वासन देकर टरका दिया जाता है। वहीं स्थानीय लोगों ने विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी छोटी बड़ी घटना घटित होने पर विद्युत अफसरों को इसका खामियाजा भुगतान पड़ेगा।
रिपोर्ट- संवाददाता अभिषेक पाण्डेय