"उत्तर प्रदेश में तीन चरण का चुनाव संपन्न होने के बाद सबकी नजर बाकी चार चरण के चुनाव पर, इस बीच, देश की राजनीतिक हस्तियों का लेखा-जोखा तैयार करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने पांचवें चरण के प्रत्याशियों की जारी की रिपोर्ट"
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लखनऊ (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। 27 फरवरी को उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर पांचवे चरण के चुनाव होने हैं। इन 61 सीटों पर कुल 693 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिन जिलों में चुनाव होने हैं, उनमें अमेठी, अयोध्या, बहराइच, बाराबंकी, चित्रकूट, गोंडा, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज, श्रावस्ती और सुल्तानपुर शामिल हैं। चुनाव लड़ रहे 693 में से 685 प्रत्याशियों के हलफनामे पर तैयार की गई एक विशेष रिपोर्ट को एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने जारी की है। इसमें राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के बारे में सारी जानकारी दी गई है। मसलन किस पार्टी ने कितने आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट दिया? किसने कितने करोड़पति उम्मीदवार उतारे हैं? कितनी महिलाएं चुनाव लड़ रहीं हैं और कितने शिक्षित इस बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार पांचवे चरण में कुल 27% यानी 185 प्रत्याशी आपराधिक छवि वाले हैं। मतलब इनपर कोई न कोई आपराधिक मामले जरूर दर्ज हैं। इनमें भी 141 ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनपर गंभीर आरोप लगे हैं।
चरणवार दागी प्रत्याशियों की संख्या व प्रतिशत देखें तो पहलें चरण में 156 प्रत्याशी (25%), दूसरें चरण में 147 प्रत्याशी (25%), तीसरें चरण में 135 प्रत्याशी (22%), चौथें चरण में 167 प्रत्याशी (27%) व पांचवें चरण में 185 प्रत्याशी (27%) दागी हैं। दागियों को सबसे ज्यादा टिकट देने के मामले में सपा आगे हैं। आपराधिक छवि वाले सबसे ज्यादा प्रत्याशी समाजवादी पार्टी में हैं। शुरुआत के तीन चरणों में भी समाजवादी पार्टी और गठबंधन ने सबसे ज्यादा दागियों को प्रत्याशी बनाया था। इस बार सपा के 71% प्रत्याशी दागी हैं। इनमें भी 49% ऐसे हैं, जिनपर गंभीर आरोप लगे हैं। दूसरे नंबर पर अपना दल (सोनेलाल) है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी ने 57% प्रत्याशी ऐसे बनाए हैं, जिनकी छवि आपराधिक है। तीसरे नंबर पर भाजपा के 48% और चौथे नंबर पर बसपा के 38% प्रत्याशी आपराधिक छवि वाले हैं। कांग्रेस ने 38% और आम आदमी पार्टी ने 19% दागियों को टिकट दिया है। करोड़पतियों को टिकट देने में भाजपा अव्वल साबित हुई हैं, जहां, एक तरफ समाजवादी पार्टी ने सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट दिया है।
वहीं भाजपा के 90% प्रत्याशी करोड़पति हैं। इनकी संपत्ति एक करोड़ या इससे अधिक है। इस मामले में भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही अपना दल सोनेलाल दूसरे नंबर पर है। अपना दल सोनेलाल के 86 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। समाजवादी पार्टी तीसरे, बहुजन समाज पार्टी चौथे और कांग्रेस पांचवे स्थान पर है। सपा के 83%, बसपा के 72% और कांग्रेस के 49% प्रत्याशी करोड़पति हैं। प्रत्याशियों की शैक्षिक योग्यता की बात करें तो 231 यानी 34% प्रत्याशियों ने पांचवी से 12वीं तक की पढ़ाई की है। 407 यानी 59% प्रत्याशियों के पास स्नातक तक की योग्यता है। छह उम्मीदवार अशिक्षित हैं, जबकि 32 उम्मीदवारों ने खुद को केवल शिक्षित बताया है। प्रत्याशियों के उम्र बारे में बात करें तो 248 यानी 36% प्रत्याशियों की उम्र 25 से 40 साल के बीच हैं। 368 यानी 54% प्रत्याशी 41 से 60 साल की उम्र के हैं। 69 यानी 10% उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी उम्र 61 से 80 साल के बीच है।
रिपोर्ट- लखनऊ डेस्क