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यें हैं यूपी के दस सबसे गरीब विधायक, किसी के पास घर नहीं, तो कोई करता हैं स्कूटर की सवारी, आइए जाने इन विधायकों की पूरी कुंडली

"कहते हैं राजनीति में कुछ भी हो सकता है। ये कहावत उत्तर प्रदेश के चंद विधायकों पर बिल्कुल बैठती हैं सटीक, आज जब राजनीति में पूरी तरह से हावी हैं धनबल, ऐसे में 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ ऐसे भी उम्मीदवार जीतकर आए जो हैं बेहद गरीब"

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लखनऊ (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। राजनीति में केवल धन बल और बाहुबल वाले ही सफल नहीं होते, जमीन से जुड़े नेताओं की किस्मत भी चमकती है। आज हम आपको ऐसे ही दस नेताओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी जेब तो खाली थी, लेकिन 2017 का चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। इनमें से कई विधायकों के पास घर नहीं था, तो कुछ के पास गाड़ी नहीं थी। जहां नेता पार्षद बनने के बाद करोड़ों की संपत्ति बना लेते हैं, वहीं ये दस विधायक आज भी नेताओं के लिए नजीर पेश कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के इन 10 सबसे गरीब विधायकों में नौ भारतीय जनता पार्टी से और एक कांग्रेस से हैं। आइए पढ़े इस खास रिपोर्ट को। भाजपा के 304 में से 235 विधायक करोड़पति हैं। समाजवादी पार्टी के 49 में से 42 और बसपा के 16 में से 15 विधायक करोड़पति हैं। इसी तरह कांग्रेस के सात में से पांच और अपना दल सोनेलाल के नौ में से सात विधायक करोड़पति हैं। 2017 में चुनाव जीतने वाले विधायकों की औसतन संपत्ति 5.85 करोड़ रुपये हैं। वही प्रदेश के 10 सबसे गरीब विधायकों की बात करें तो पहला नाम अजय कुमार लल्लू का आता है।

कांग्रेस के टिकट पर कुशीनगर के तमकुही राज विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले अजय कुमार लल्लू उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। अजय लल्लू के पास 3.29 लाख रुपये की चल संपत्ति है। मतलब कैश, बैंक खाते और व अन्य निवेश की कुल जमा पूंजी यही है। अचल संपत्ति के नाम पर लल्लू के पास कुछ भी नहीं है, यानी उनकी कुल संपत्ति 3.29 लाख है। अजय लल्लू के नाम पर न तो घर है और न ही कोई जमीन। 2017 में दिए हलफनामे के अनुसार कांग्रेस के इस विधायक के पास 1.50 लाख रुपये नकद और 1.25 लाख रुपये के गहने थे। हालांकि अजय के नाम एक मोटर साइकिल और एक स्कॉर्पियो कार है। अजय के ऊपर कुल 16 आपराधिक मामले चल रहे हैं। इनके ऊपर 5.50 लाख रुपये का कर्ज भी है। इन्होंने परास्नातक तक पढ़ाई की है। वही दूसरे नंबर पर धनंजय कनौजिया का नाम आता हैं, जो भाजपा के टिकट पर 2017 में बलिया के बेल्थरा रोड से चुनाव जीतने वाले धनंजय के पास कुल 3.77 लाख रुपये की चल संपत्ति है। धनंजय के नाम कोई घर, मकान अथवा जमीन नहीं है।

धनंजय ने 2016-17 में अपनी आय शून्य दिखाई है। धनंजय के ऊपर कोई आपराधिक मामले भी दर्ज नहीं है। धनंजय के नाम कोई गाड़ी भी नहीं है। 2017 में दिये हलफनामे के मुताबिक, धनंजय के पास 45000 नकद और उनकी पत्नी के पास 25000 नकद था। धनंजय ने अपना पेशा समाजसेवा बताया है। इनके नाम कोई घर या जमीन नहीं है।  वहीं तीसरे नंबर पर विजय कुमार राजभर का नाम आया हैं, जो मऊ के घोसी से 2019 में उपचुनाव जीतने वाले विजय कुमार राजभर उत्तर प्रदेश के तीसरे सबसे गरीब विधायक हैं। इनके पास कुल 4.09 लाख रुपये की चल संपत्ति है। विजय के नाम कोई घर, मकान और जमीन नहीं है। विजय ने भाजपा के टिकट पर यह चुनाव जीता था। विजय ने स्नातक किया है। 2017 में दिए हलफनामे के अनुसार विजय के पास 30 हजार और उनकी पत्नी के पास 10 हजार रुपये नकद थे। विजय के पास एक स्कूटी और एक बाइक है। विजय की पत्नी के पास 90 हजार रुपये के गहने हैं। विजय ने अपनी कुल चल संपत्ति 1.63 लाख रुपये दिखाई थी, जबकि पत्नी के पास 2.46 लाख रुपये की चल संपत्ति है।

विजय और उनकी पत्नी के नाम कोई भी जमीन या घर नहीं है। चौथे नंबर पर मनीषा का नाम आता है जो 2017 में हमीरपुर के राठ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाली मनीषा यूपी की चौथी सबसे गरीब विधायक हैं। मनीषा के पास 6.33 लाख रुपये की संपत्ति है। इन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था। 40 साल की मनीषा ने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से एमएससी की पढ़ाई की है। मनीषा ने 2016-17 में अपनी आय शून्य दिखाई थी। मनीषा के पास तब 30 हजार रुपये कैश थे, जबकि उनके पति के पास 40 हजार रुपये थे। 2017 में मनीषा के पति के चार अलग-अलग बैंक में 3.59 लाख रुपये थे। मनीषा के पति ने 4.50 लाख रुपये की एलआईसी करवाई है। मनीषा के पास पांच लाख रुपये की ज्वैलरी है। मनीषा के नाम कोई जमीन, घर या मकान नहीं है। पांचवें नंबर पर विधायक राजमणि का नाम सामनें आता हैं, जो प्रयागराज के कोरांव सीट से 2017 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले राजमणि के पास कुल 7.34 लाख रुपये की चल और अचल संपत्ति है। राजमणि यूपी के पांचवें सबसे गरीब विधायक हैं।

राजमणि के पास 24 हजार 701 रुपये की चल संपत्ति है। इन्होंने 2017 में अपनी आय शून्य दिखाई थी। 2017 में राजणमि के पास पांच हजार रुपये कैश और चार हजार रुपये बैंक में थे। राजमणि की पत्नी के पास 15 हजार रुपये के गहने हैं। राजमणि के नाम एक घर और एक एकड़ जमीन है। राजमणि की पत्नी ने बैंक से 60 हजार रुपये कर्ज लिया था। विधायक के नाम कोई भी गाड़ी नहीं है। छठवें स्थान पर विधायक अनूप का नाम आता हैं, जो अलीगढ़ के खैर विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले अनूप 10वीं पास हैं। अनूप के पास कुल 10.20 लाख रुपये की चल और अचल संपत्ति है। अनूप ने 2017 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था। अनूप के पास 2017 में एक लाख रुपये और उनकी पत्नी के पास 1.50 लाख रुपये कैश थे। 2017 में दिए हलफनामे के मुताबिक, अनूप की पत्नी के पास तीन लाख रुपये के गहने हैं। अनूप के नाम छह लाख रुपये की जमीन है। इन्होंने एक लाख रुपये बैंक से लोन लिया है। सातवां नाम विधायक अनीता का आता हैं, जो अंबेडकर नगर के अलापुर सीट से 2017 में चुनाव जीतने वाली अनीता यूपी की सातवीं सबसे गरीब विधायक हैं।

अनीता के पास कुल 10.37 लाख रुपये की संपत्ति है। इनमें 8.81 लाख रुपये की चल और दो लाख रुपये की अचल संपत्ति है। अनीता ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। अनीता ने अवध यूनिवर्सिटी से एमए किया हुआ है। 2017 में दिए हलफनामे के अनुसार, अनीता के पास 35 हजार और उनके पति के पास 40 हजार रुपये कैश थे। दोनों के दो अलग-अलग बैंक खातों में एक हजार रुपये थे। अनीता के नाम कोई गाड़ी तो नहीं है, लेकिन उनके पति के नाम एक कार और एक बाइक है। अनीता के पास 3.16 लाख रुपये के गहने हैं, जबकि उनके पति के पास एक लाख रुपये के गहने हैं। अनीता के नाम कोई जमीन, घर या मकान नहीं है, जबकि उनके पति के नाम दो लाख रुपये की जमीन है। अनीता के पति ने बैंक से 52 हजार रुपये का लोन भी लिया था। आठवां नाम विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला का आता है, जो बलिया नगर से 2017 में चुनाव जीतने वाले आनंद के पास 10.81 लाख रुपये की संपत्ति है। आनंद के नाम सात अलग-अलग धाराओं में दो केस दर्ज है। इनमें तीन गंभीर धाराएं लगी हुई हैं।

आनंद ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। आनंद ने 2016-17 में अपनी आय शून्य दिखाई है। 2017 में आनंद के पास 50 हजार रुपये कैश थे, जबकि 7.61 लाख रुपये तीन अलग-अलग बैंक खातों में थे। आनंद ने 2.50 लाख रुपये की दो एलआईसी करवाई है। आनंद के नाम एक होंडा बाइक है। आनंद के नाम कोई जमीन, मकान या घर नहीं है। अब नौवां नाम भूपेश कुमार का आता है, जो सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज विधानसभा सीट से 2017 में चुनाव जीतने वाले भूपेश कुमार भी भाजपा के सदस्य हैं। भूपेश के पास 2017 में कुल 12 लाख रुपये की संपत्ति थी। भूपेश कुमार ने बीए किया हुआ है। 2016-17 में भूपेश ने अपनी आय शून्य दिखाई है। भूपेश के नाम एक केस भी दर्ज था। 2017 में भूपेश के पास 2.27 लाख रुपये और उनकी पत्नी के पास 1.65 लाख रुपये कैश थे। भूपेश के बैंक खाते में तब एक हजार जबकि उनकी पत्नी के खाते में पांच हजार रुपये थे। भूपेश ने 77 हजार रुपये की एआईसी करवाई है। इनके पास 90 हजार जबकि इनकी पत्नी के पास 5.60 लाख रुपये के गहने हैं।

भूपेश और उनकी पत्नी के नाम कोई जमीन, मकान या घर नहीं है। अब दसवां व आखरी नाम गिरीश चंद्र यादव का आता है, जो जौनपुर से भाजपा के टिकट पर 2017 में चुनाव जीतने वाले गिरीश चंद्र यादव उत्तर प्रदेश के 10वें सबसे गरीब विधायक हैं। गिरीश के नाम 13.50 लाख रुपये की संपत्ति है। गिरीश ने एलएलबी किया हुआ है। गिरीश ने 2016-17 में 2.17 लाख रुपये की आय दिखाई है। गिरीश के नाम छह अलग-अलग धाराओं में एक केस दर्ज है। 2017 में दिए हलफनामे के मुताबिक गिरीश के पास 1.80 लाख रुपये कैश थे, जबकि उनकी पत्नी के पास 10 हजार रुपये थें। गिरीश के तीन अलग-अलग बैंक खातों में 1.42 लाख रुपये जमा थे। इन्होंने पांच अलग-अलग एलआईसी करवाई है। जिसकी कीमत 1.91 लाख रुपये है। इसके लिए 64 हजार रुपये का लोन बैंक से लिया हुआ है। गिरीश और उनकी पत्नी के नाम कोई गाड़ी नहीं है। इन्होंने 30 हजार, जबकि पत्नी ने 72 हजार रुपये के गहने रखे हुए हैं।

रिपोर्ट- लखनऊ डेस्क

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