Left Post

Type Here to Get Search Results !

आस्था से खिलवाड़: छठ पर्व पर यमुना नदी के जहरीले व दुषित झाग में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, बढ़ रहा बीमारियों के फैलने का खतरा

"जहरीले झाग के बीच यमुना नदी में डुबकी लगाते लोग, कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी का पानी हुआ जहरीला, बीमारी फैलने की आशंका"

खबरें आजतक Live

कालिंदी कुंज (ब्यूरो, नई दिल्ली)। यह तस्‍वीर देश की राजधानी दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके की है। दिवाली के बाद हवा जहरीली हुई और अब छठ पर्व की शुरुआत के साथ यमुना नदी की टॉक्सिक झाग वाली तस्वीरें सामने आई है। वहीं, 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व को छठ पूजा, डाला छठ, छठी माई पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा आदि कई नामों से भी जाना जाता है। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब छठ पूजा के मौके पर यमुना की ऐसी तस्वीरें सामने आई हों। वहीं, यमुना के पानी में प्रदूषक तत्वों की मात्रा बढ़ने को लेकर दिल्ली सरकार कई बार चिंता जता चुकी है, लेकिन अब तक इस समस्या पर काबू नहीं पाया जा सका है। दरअसल, राजधानी दिल्ली में दिवाली के बाद वायु प्रदूषण के साथ अब जल प्रदूषण भी तेजी से फैल गया है। जिससे दिल्ली वासियों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं। युमना के पानी में अमोनिया का स्तर काफी बढ़ गया है। माना जाता है कि फैक्ट्रियों, रंगाई उद्योगों, धोबी घाटों और घरों में इस्तेमाल होने वाले डिटर्जेंट के कारण अपशिष्ट जल में फॉस्फेट की मात्रा अधिक हो जाती है, जो यमुना में जहरीले झाग के बनने का मुख्य कारण है।

मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में डिटर्जेंट बनाने वाली फैक्ट्रियों का गंदा पानी नाली के जरिए यमुना नदी में पहुंचता है। ऐसे में सीवर के अशोधित पानी में फॉस्फेट और अम्ल की मौजूदगी के कारण नदी में झाग बनते हैं। यानी यमुना नदी में यह प्रदूषण औद्योगिक कचरे की वजह से फैलता है। गौरतलब है कि विशेषज्ञों के मुताबिक यमुना नदी में बनने वाले जहरीले सफेद झाग की वजह से बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इससे सबसे ज्यादा खतरा ऐसे लोगों को होता है जो यमुना के पानी का इस्तेमाल नहाने के लिए करते हैं। वहीं, छठ पूजा के पहले दिन जहरीले झाग के बीच दिल्ली में कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी में लोगों नें डुबकी लगाई। यमुना में गंदगी से भरे झाग देखे जाने के बाद से बीमारी फैलने का अनुमान लगाया जाने लगा है। बताया जा रहा है कि प्रदूषण की वजह से जो लोग यमुना के पानी का इस्तेमाल नहाने के लिए करते हैं वो इससे संक्रमित हो सकते हैं।

बता दें कि साल 2019 में भी नवंबर महीने में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब हो गया था। उस समय दिल्ली में यमुना इतनी प्रदूषित हो गई थी कि वो गंदगी के नाले की तरह दिखाई पड़ती थी। उस दौरान एनजीटी ने दिल्ली सरकार से इस बारे में रिपोर्ट देने को कहा था। कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी की सतह पर जहरीले झाग वाले पानी की मोटी परत देखने का मिली। ऐसे में फोटो से साफ दिख रहा है कि एक बार फिर से यमुना नदी में गंदा झाग वाला पानी बह रहा है। वहीं, दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक बोर्ड ने कहा कि राजधानी के कुछ इलाकों में बीते शनिवार शाम और रविवार को सुबह और शाम को जलापूर्ति प्रभावित होने की संभावना है। डीजेबी ने पानी की कमी को पूरा करने के लिए पूरी दिल्ली में पानी को युक्तिसंगत बनाने के लिए कदम उठाए हैं। साथ ही इसने जनता को पानी का सही तरीके से उपयोग करने की भी सलाह दी।

रिपोर्ट- नई दिल्ली डेस्क

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
Image     Image     Image     Image

Below Post Ad

••••••••••••••••••••••••••••••••••••

--- इसें भी पढ़ें ---

    1 / 6
    2 / 6
    3 / 6
    4 / 6
    5 / 6
    6 / 6