"तहसील प्रशासन पर गरीबों का हनन, मिलीभगत कर धन उगाही व भ्रष्टाचार करने का लगाया गंभीर आरोप, उच्चाधिकारियों से जांच कर कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की किया मांग"
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सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अखिलेश सिंह गुड्डू व वर्तमान जिला पंचायत सदस्य रामविलास राम नें सिकन्दरपुर तहसील प्रशासन पर गरीबों का हनन, मिलीभगत कर धन उगाही व भ्रष्टाचार करने का गंभीर आरोप लगाया हैं। बताया कि तहसील के कर्मचारियों नें पुलिस व आपसी मिलीभगत कर एसडीएम प्रशांत नायक द्वारा टीम गठित करवाकर लोगों का शोषण करने में लगें हैं। बताया कि ग्रामसभा खटंगा में अजय कुमार सिंह की पुश्तैनी जमीन एवं मकान डीह की आराजी में है, जो कि विगत वर्षों से वहां स्थापित है। बताया कि उक्त मकान का आशियाना उजाड़ने के लिए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनिल यादव, तहसील एवं थाने के कर्मचारियों की आपसी मिलीभगत कर गरीब एवं निस्सहाय परिवार का लगा हुआ करकट उजाड़ने की मंशा से गठित टीम द्वारा 25 जुन को नेस्तनाबूद करने का वीभत्स प्रयास किया गया, जिसका ग्रामीणों नें जमकर विरोध किया। अखिलेश सिंह गुड्डू ने उप जिलाधिकारी प्रशांत नायक व सप्लाई इंस्पेक्टर राहुल भारती पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी आपसी मिलीभगत के चलते 50 रूपए प्रति क्विंटल कोटेदारों से मांग किया जाता है और कोटेदार देने पर मजबूर हो गए हैं। बताया कि पैसा नहीं देने पर कोटेदारों को उनकी दुकान सस्पेंड करने की धमकी भी दी जा रही है।
तहसील में विगत 6- 7 सालों सें कार्यरत कम्प्यूटर बाबू रितेश सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए अखिलेश सिंह गुड्डू ने कहा कि मछली तालाब के नीलामी में पट्टों से लेकर जमीन संबंधित किसी भी पट्टों को कराने हेतु रितेश सिंह के द्वारा धन की मांग कर खुलेआम धन उगाही की जाती है। कहा कि हम अन्याय के खिलाफ एवं पीड़ित परिवार के साथ हमेशा खड़े रहने के लिए तत्पर हैं। चाहे वह किसी भी जाति व समुदाय का हो। हम हमेशा न्याय की लड़ाई लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ने के लिए तैयार हैं। इस दौरान अखिलेश सिंह गुड्डू नें शासन के उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि तहसील के सभी कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर इन पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए एवं कोटेदारों व आम जनता पर लगातार हो रहे उत्पीड़न को तत्काल बंद किया जाए। प्रशासन को चेतावनी देते हुए अखिलेश सिंह गुड्डू व रामविलास राम ने संयुक्त रूप से कहा कि अगर तहसील कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई ना हुई तो ऐसी स्थिति में हम लोग शासन के सामने अपनी बात रखने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आगामी 20 अक्टूबर को बड़े पैमाने पर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय