"जोरदार बारिश होने से जलजमाव के कारण लोगों का जीना हुआ दुश्वार, जलजमाव से बचने के लिए नगर पंचायत को करने होंगे कारगर उपाय"
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रतसर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। नव सृजित नगर पंचायत रतसरकलां मे 8 जुलाई दिन बृहस्पतिवार को जोरदार बारिश व जल जमाव के कारण स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वही पोखरो से घिरे इस कस्बे में धानो, मानो, कानो, झाम व साई के तकिया आदि पोखरे जो वर्तमान समय मे नालो के सम्पर्क में आ जाने के कारण गन्दा पानी कचरें के साथ सम्बन्धित मुहल्लों मे लोगो के घरों घूस गया। वही रामा शाव के हनुमान मन्दिर, भुवनेश्वर महादेव मंदिर, शहीद बाबा के कब्रिस्तान व पुलिस चौकी रतसर के पिछले हिस्से में भारी जल जमाव हो गया। वही जल जमाव के कारण किसानों कें खेत भी पानी में समा गयें। स्थानीय लोगों ने नव सृजित नगर पंचायत के ईओ से इस जल जमाव से कस्बे को निजात दिलाने की गुहार लगाई हैं। वही किसान फोर्स के संस्थापक ए० के० सिंह ने कहा कि घनघोर बर्षा ने जहाँ कृषि को प्रभावित किया वहीं रतसर कला नगर पंचायत को जलमग्न भी किया हैं।
किसान फोर्स रतसर कला नगर पंचायत की ईओ से यह आग्रह करता है कि महामारी के मद्देनजर जमे हुए जल के निकास के लिए अतिशीघ्र कोई कदम उठाए जाएं। इसके लिए नगर पंचायत कार्यालय पर किसान नागरिकों से सलाह मशविरा कर जल निकास की दिशा के अनुसार साइफन लगाने की फौरी व्यवस्था करे। नालियों, नालों को मनरेगा द्वारा दुरूस्त करने तथा नगर की साफ सफाई के कार्य में में नगर प्रबंधन के साथ किसान फोर्स के कार्यकर्ता सिपाही भी सहयोगी बनेगा। रतसर नगर में 50 गाँवों से अधिक के लोग रोजाना बाजार हाट करतें हैं। लगभग 36 हजार की आबादी इससे लाभान्वित होगी। जिला बलिया प्रशासन से किसान फोर्स अपील करता है, कि स्वास्थ्य संगठन से जुड़े मानवाधिकार के मुद्दे को कसौटी पर लाएँ अन्यथा जन हित के सवाल का जवाब मांगने के लिए किसान फोर्स सड़क पर आने के लिए बाध्य होगा। संस्थापक ए० के० सिंह ने मीडिया के हवाले से बताया कि किसान मजदूर यदि सड़क पर आएगा तो इसका जिम्मेदार शासन प्रशासन होगा।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय