"उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सीयर वीडियो गजेंद्र प्रताप सिंह के लिखित तहरीर पर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा"
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बेल्थरा रोड (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। सीयर ब्लाक क्षेत्र में आवास आवंटन में फर्जीवाड़ा करने एवं सरकारी धन का बंदर बाट कर अपात्रों को लाभ पहुंचाने के आरोप में उभांव थाना में शुक्रवार को मुकदमा दर्ज हो गया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सीयर वीडियो गजेंद्र प्रताप सिंह के लिखित तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इसकी पुष्टि करते हुए उभांव थाना के प्रभारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि बीडीओ के लिखित तहरीर पर भादवि की धारा 409, 419, 420, 467 व 468 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में सीयर ब्लाक के तत्कालीन सचिव प्रमोद पांडेय के अलावा तपेश्वर, गुजेश्वर, नागेश्वर समेत 12 नामजद बताएं जा रहे है। उक्त फर्जीवाड़ा के मुख्य आरोपी सीयर ब्लाक के तत्कालीन सचिव प्रमोद पांडेय वर्तमान में नगरा ब्लाक पर कार्यरत है। मामला 2012-13 एवं 2014-15 के बीच हुए इंदिरा आवास आवंटन में काफी संख्या में गड़बड़ी का बताया जा रहा है। जिसे लेकर भीमपुरा थाना के शाहपुर टिटिहा गांव निवासी सिंहासन चौहान पिछले कई वर्ष से जांच व कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
जन सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के तहत सिंहासन चौहान ने उक्त मामले का खुलासा 2015 में ही किया था। मामले में आरटीआई के तहत यह भी खुलासा हुआ कि उक्त फर्जीवाड़े में वैसे लोगों के नाम आवास आवंटन किया गया, जो आवास आवंटन के करीब एक दशक पूर्व ही मर चुके है। इसके लिए अधिकारियों ने बैंक को भी फर्जीवाड़ा में शामिल किया और फर्जी पहचानपत्र पर मरे हुए व्यक्तियों के नाम बैंक खाता भी खुला और पैसा निकाल लिया गया है। 4 मई 2018 को मुर्दों के नाम भी बैंक में खोले गए खाते। शीर्षक से एक अखबार मे खबर प्रकाशित हुआ था। इधर इसी मामले में लगातार एक पक्ष द्वारा जांच की मांग कर रहे सिंहासन चौहान पर दबाव आने लगा और उन्हें फर्जी मुकदमें में फंसाने का भी प्रयास हुआ तो सिंहासन चौहान ने पत्नी के साथ जिला मुख्यालय पर धरना भी दिया। वहीं उभांव थाना प्रभारी योगेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि विवेचना में और भी नाम बड़ेगे।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता