"गांधी का स्वदेशी आन्दोलन एवं मोदी का आत्मनिर्भर भारत विषयक पर हुई गोष्ठी, वक्ताओं ने गांधी जी के कृतित्व व व्यक्तित्व पर की चर्चा"
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सिकन्दरपुर (बलिया)। स्थानीय क्षेत्र के गांधी इंटर कॉलेज के प्रांगण मे शुक्रवार को गांधी जयंती के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय "गांधी का स्वदेशी आन्दोलन एवं मोदी का आत्मनिर्भर भारत" था। विचार गोष्ठी कार्यक्रम के मुख्यातिथि सांसद रविन्द्र कुशवाहा व विशिष्ठ अतिथि के रूप मे पूर्व मंत्री राजधारी सिंह व क्षेत्रीय विधायक संजय यादव ने कार्यक्रम की शुरुआत मे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। विचार गोष्ठी को संबोधित करतें हुए मुख्यातिथि सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने बताया कि गांधी जी ने देश की आजादी की लड़ाई के दौरान स्वदेशी आन्दोलन का सुत्रपात कर देश की जनता मे राष्ट्रीयता का भाव पैदा किया तथा देशी उत्पाद के उपयोगिता पर बल देकर आत्मनिर्भर एवं स्वाभिमानी समाज की बुनियाद डाली। जहां एक तरफ विदेशी सामानों के बहिस्कार का नारा दिया था वहीं चरखा को आजादी का हथियार बनाकर ब्रिटेन के लंकाशायर की कपड़ा मिलों को भी चुनौती दी। क्षेत्रीय विधायक संजय यादव ने बताया कि मोदी सरकार गांधी के विचारों के अनुरूप आत्मनिर्भर भारत का नारा देकर देशी उत्पादों को बढ़ाने तथा उसके उपयोग का आह्वान किया हैं। विदेशी सामान विशेष कर चाइनीज सामानों के उपयोग से जहां हमारी आर्थिक व्यवस्था प्रभावित होती हैं। वहीं हमारे परम्परागत उद्योग धन्धे बंद हो रहें हैं। पूर्व मंत्री राजधारी सिंह ने बताया कि गांधी जी मौलिक चिन्तक थें तथा स्वदेशी भावना के वाहक थें। उनकी कथनी एवं करनी मे एकरूपता थी। गांधी जी ने यह बतलाया कि मनुष्य की सार्थकता जानने मे नहीं करने मे हैं। परम्परागत देशी उद्योग धन्धों के पक्षधर थें तथा इसें स्वरोजगार के साथ-साथ आत्मनिर्भरता का साधन मानतें थें। मोदी जी ने लोकल वस्तुओं के लिए वोकल बनने तथा स्वयं उसके उपयोग की वकालत कर आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया हैं, इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। इस दौरान विचार गोष्ठी को मुख्य रूप से सुरेश सिंह, रामायण सिंह, संजय राय, विद्यासागर उपाध्याय, मोहनकांत राय, बैजनाथ पाण्डेय, अखिलेश राय, गिरिजेश मिश्र, सुदामा राय, रियाज अहमद, शोभन राजभर, गणेश सोनी, मुन्ना राय, ओमप्रकाश यादव, नसीम, दयाशंकर भारती, भुवाल सिंह, लक्ष्मीशंकर सिंह, अशोक सिंह, राधेश्याम यादव व पी एम सिंह आदि लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालतें हुए उनके विचारों को अपने जीवन मे समाहित करने की सलाह दी। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता अरविन्द कुमार राय व संचालन भोला सिंह ने किया।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता