बैरिया (बलिया) कोरोना वायरस के संक्रमण के इस दौर में डाक्टरों के योगदान की चर्चा करते हुए उन पर जगह-जगह पुष्प वर्षा की जा रही है तो इसके पीछे कारण यही है कि अपने घर-परिवार को छोड़कर ये अपने दायित्वों को पहली प्राथमिकता दे रहे हैं। लेकिन बलिया जनपद के बैरिया क्षेत्र में एक ऐसा वाक्या सामने आया है जिसने वहां के चिकित्सकों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है। आरोप है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा के डाक्टर कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के नाम खुलेआम धन उगाही में लगे हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण पूरा विश्व त्रस्त है। देश के प्रधानमंत्री से लेकर हर जागरूक लोग कोरोना को हराने की जुगत में लगे हैं। ऐसे में सीएचसी सोनबरसा पर तैनात एक चिकित्सक ने दिल्ली से आने वाले तीन लोगों से कोरोना जांच के नाम पर तीन-तीन सौ रुपये वसूल कर लिए, जिसकी चर्चा चहुंओर है। क्षेत्र के श्रीपालपुर निवासी मिथिलेश कुमार, अनूप कुमार व कुसुम देवी लाॅकडाउन के दौरान दिल्ली से अपने गांव आये थे।
उनके आने की सूचना पर पुलिस ने घर पर सम्पर्क किया और तीनों को अस्पताल में जाकर जांच कराने की सलाह दी। पुलिस की सलाह पर अमल करते हुए जब तीनों सीएचसी सोनबरसा पहुंचे तो वहां तैनात एक चिकित्सक ने पर्ची बनवा कर लाने को कहा। तीनों पर्ची लेकर गए तो उस चिकित्सक ने जांच के नाम पर तीन-तीन सौ रुपये की मांग की। तीनों ने उतने रुपये देकर जांच करवायी। इसकी जानकारी जब कतिपय जागरूक लोगों को हुई तो उन्होंने इस बात पर विश्वास नहीं किया।
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मामला तब विश्वास में आया जब सरकारी पर्ची पर लिखे टेस्ट को बाहर से कराने के बाद डाक्टर के नाम सहित रिपोर्ट आयी। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरली छपरा के चिकित्सा प्रभारी डा.देव नीति का कहना है कि यह मामला जैसे ही उनके संज्ञान में आया तो बेहद कष्ट हुआ। जो जनता हम डॉक्टरों पर सम्मान में फूलों की वर्षा कर रही है उसी जनता की सेवा के नाम पर अवैध लूट-खसोट की घटना डाक्टर समाज के लिए शर्मनाक है।
सीएचसी अधीक्षक डा. विजय यादव ने इस मामले में कहा कि मामला मेरे संज्ञान में अभी-अभी आया है। अगर किसी चिकित्सक ने ऐसा किया है तो गलत है। ऐसे समय में यह कारगुजारी उचित नहीं है और इसकी जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी। जब इस बाबत मुख्य चिकित्साधिकारी बलिया डा. पी.के. मिश्र से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। कोरोना का टेस्ट सैंपल लेकर जनपद बलिया के बाहर भेजा जाता है। यदि ऐसा कुछ पाया जाता है तो उस चिकित्सक पर जांचोपरान्त कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरों लोकेश्वर पाण्डेय