Left Post

Type Here to Get Search Results !

Big Breaking: घूस लेते रंगे हाथ पकड़ी गई यें महिला दरोगा, गुलाबी रंग से खुला राज, इस गलती ने महिला दरोगा को पहुंचाया सलाखों के पीछे

घूस लेते रंगे हाथों पकड़ी गईं प्रशिक्षु महिला दरोगा को गिरफ्तार कर भेज दिया गया हैं जेल, एंटी करप्शन टीम ने मुकदमे से नाम निकालने के लिए 10000 रुपये घूस लेने के आरोप में अंकिता को किया था गिरफ्तार

खबरें आजतक Live

मुख्य अंश (toc)

थाने में फफक कर राेने लगी प्रशिक्षु दारोगा

गोरखपुर (ब्यूरो डेस्क)। घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़ी प्रशिक्षु महिला दारोगा अंकिता खुद को बेकसूर बता कार्रवाई को गलत बता रही थी। उसका कहना था कि महिला से रुपये नहीं लिए हैं उसे फंसाया जा रहा है। एंटी करप्शन की टीम ने शिकायतकर्ता के साथ ही जब उसका भी हाथ पानी से धुलवाया तो उसका रंग गुलाबी हो गया। जिसका नमूमा टीम ने अपने पास रख लिया। भेद खुलने पर निलंबित हुई प्रशिक्षु दारोगा कैंट थाने में फफक कर राेने लगी। शनिवार को उसे दोपहर बाद न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

2023 में UP पुलिस में दारोगा के पद पर हुई भर्ती

बिहार के भोजपुर (आरा) जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के नया सवलपुर निवासी मनोज पांडेय की पुत्री अंकिता पांडेय वर्ष 2023 में उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा के पद पर भर्ती हुई थी। गोरखपुर जिले में तैनाती मिलने के बाद उसे मार्च 2023 में पिपराइच थाने भेजा गया था।

महिला दारोगा की ठीक नहीं थीं आम शोहरत

शुक्रवार को एंटी करप्शन की टीम ने मारपीट के मुकदमे से नाम निकालने के लिए 10 हजार रुपये घूस लेने अंकिता को गिरफ्तार करने के बाद कैंट थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया। पिपराइच क्षेत्र के लोगों का कहना है कि प्रशिक्षु महिला दारोगा की आम शोहरत ठीक नहीं थी।

जांच हुई तो कई मामले हो सकते हैं उजागर

थाने में तैनाती के बाद जितने मुकदमे की विवेचना उसने की है इसकी जांच कराई जाए तो भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आएंगे। सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि मेडिकल कराने के बाद शनिवार को दोपहर बाद कैंट थाना पुलिस ने घूस लेने की आरोपित प्रशिक्षु दारोगा को न्यायालय में पेश किया।

आइए जानें क्या हैं यह मामला

पिपराइच के बेला कांटा गांव की रहने वाली उर्मिला देवी पत्नी गोरख निषाद व उनके स्वजन के विरुद्ध 27 सितंबर, 2024 पट्टीदारों ने मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी विवेचना प्रशिक्षु दारोगा अंकिता पांडेय को मिली थी। मुकदमे से बेटियाें का नाम निकालने के लिए उर्मिला से 10 हजार रुपये मांग रही थी, जिसकी शिकायत उसने एंटी करप्शन थाने में की थी। शुक्रवार को एंटी करप्शन की टीम ने ट्रैप का जाल बिछाने के बाद उर्मिला को रुपये देने के लिए अंकिता के पास भेजा। रुपये लेने के बाद एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथ टीम ने गिरफ्तार कर लिया।

रिपोर्ट- गोरखपुर ब्यूरो डेस्क

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
image image image image image image image

Image   Image   Image   Image  

--- Top Headlines ---