पंद्रह दिन पूर्व जलें ट्रांसफार्मर को अब तक नहीं बदल पाया है विद्युत विभाग, अधिकारियों की लचर कार्य प्रणाली से उपभोक्ताओं में हैं विभाग के प्रति नाराजगी, लोगों का आरोप है कि शासन के मंशा के विपरीत कार्य कर रहे हैं विद्युत विभाग के अधिकारी
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समयावधि में ठीक नहीं हो रहें हैं लोकल फाल्ट
सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार आम जनता के हित में आए दिन एक से बढ़कर एक निर्देश विद्युत विभाग को दे रही हैं, जिससे विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति मिल सके। सरकार द्वारा प्रदेश में 29 हजार मेगावाट से अधिक की बिजली मांग पूरा करने के बावजूद भी विद्युत विभाग के स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही व लचर कार्य प्रणाली के चलते लोकल फाल्ट समयावधि में ठीक नहीं होंने के कारण स्थानीय लोगों को आएं दिन तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शासन के मंशा विपरीत कार्य कर रहा विद्युत विभाग
शासन के मंशा के विपरीत विद्युत विभाग के कार्यो की क्षेत्र में चारों ओर आलोचना हो रही हैं, लेकिन विभाग के लापरवाह अधिकारी है कि अपने आदत से बाज नही आ रहें है। ताजा मामला तहसील क्षेत्र सिकन्दरपुर अन्तर्गत चेतन किशोर गांव का हैं, जहां विगत दो सप्ताह से 25 केवीए का ट्रांसफॉर्मर जल जाने के कारण लगभग एक हजार लोगो को अंधेरे में रहने को मजबूर है।
उपभोक्ताओं के साथ अधिकारी कर रहें टाल मटोल
प्राप्त जानकारी के अनुसार चेतन किशोर गांव के उपभोक्ताओं द्वारा एक अक्टूबर को ट्रांसफॉर्मर जलने के बाद विभाग की दो अक्टूबर को विभागीय अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन आज तक विद्युत विभाग के कान पर जूं नही रेंग रहा है। ऐसे ही लापरवाह अधिकारी शासन को बदनाम करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे है। बार बार विभाग से बात करने पर टाल मटोल करने का काम किया जा रहा है। वहीं इस संबंध में ग्रामवासियों का कहना है कि अगर तत्काल ट्रांसफॉर्मर नही लगा तो हम लोग आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
UPPCL अध्यक्ष के आदेशों की उड़ रहीं धज्जियां
पूर्व में यूपीपीसीएल के अध्यक्ष डॉ आशीष गोयल ने कम समय में क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर बदलने की तत्काल व्यवस्था किए जाने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होते ही वर्कशाप से नया ट्रांसफार्मर तत्काल मौके पर पहुंचाया जाए। कम समय में क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर को बदलने की व्यवस्था होगी। लेकिन विभागीय अधिकारी यूपीपीसीएल अध्यक्ष के आदेशों की धज्जियां उड़ानें में लगें हैं।