"महिला के प्रेमी ने पहले उसके पति के सिर पर भारी चीज मारकर कर दी हत्या, इसके बाद शव की पहचान मिटाने के लिए सिर धड़ से काटकर नहर में बहाया, पुलिस ने दोनों आरोपियों को भेजा जेल"
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गाजियाबाद (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। संपत्ति नाम नहीं करने से नाराज पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिया। प्रेमी ने पहले उसके सिर पर भारी चीज मारकर हत्या की। इसके बाद शव की पहचान मिटाने के लिए सिर धड़ से काटकर नहर में बहा दिया था। पुलिस ने इस घटना का खुलासा करते हुए पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। डीसीपी रवि कुमार ने बताया कि सुधीर एंक्लेव कॉलोनी में रहने वाली लाल देवी उर्फ बबीता ने 21 फरवरी 2023 को पति राजेश गर्ग की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसका पति 17 फरवरी की रात करीब 8:30 शादी में जाने के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। वहीं, मृतक की बेटी दीपिका पत्नी कपिल अग्रवाल ने 19 अप्रैल को अपने पिता की हत्या की आशंका प्रकट करते हुए ट्रॉनिका सिटी थाने में सूचना दी थी। इसमें सौतेली मां लाल देवी उर्फ बबीता, उसके प्रेमी व घर में रहने वाले एक किरायेदार अक्षय मलिक पर हत्या की आशंका प्रकट की थी। पुलिस ने अक्षय मलिक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया।
अक्षय ने बताया कि वह राजेश गर्ग में मकान में किराये पर रहता है, जहां उसके मकान मालिक की पत्नी बबीता से अवैध संबंध बन गए थे। बबीता 25 वर्ग के मकान तथा 74 वर्ग गज के प्लॉट को अपने नाम कराना चाहती थी, लेकिन राजेश गर्ग 74 वर्ग गज के प्लॉट को पहली पत्नी की बेटी दीपिका के नाम करना चाहता था, जिसको लेकर उसकी पत्नी बबीता नाराज थी और उसने पति की हत्या कर उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। 17 फरवरी 2023 को वह राजेश गर्ग तथा उसकी पत्नी बबीता को अपने भांजे की बीमारी की बात बताकर उसे देखने के बहाने बाइक पर शामली ले गया। वापस लौटते समय शामली के पास हाथ तापने के बहाने एक खेत में चले गए और वहां उसने राजेश गर्ग की सिर में ईंट मारकर हत्या कर दी। शव के चेहरे पर पन्नी लपेटकर ईख के खेत में डाल दिया था। दूसरे दिन अक्षय दोबारा घटनास्थल पर पहुंचा और राजेश गर्ग के शव से सिर को दरांती से काटकर पन्नी में डालकर नदी में बहा दिया था, जबकि दरांती धोकर खेत में ही फेंक दी थी। फिर लोनी पहुंचकर 21 फरवरी को ट्रॉनिका सिटी थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी थी।
रिपोर्ट- गाजियाबाद क्राइम डेस्क