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बिहार से लेकर यूएसए तक की वेबसाइट से यूपी मे बन रहे फर्जी प्रमाणपत्र, आजमगढ़ में लगी बलिया के अफसर की मुहर, इन वेबसाइट पर हो रहा फर्जीवाड़ा

"दो माह के अंदर सिर्फ आजमगढ़ जिले में 18 हजार से अधिक फर्जी प्रमाण पत्र इन वेबसाइटों से हुए हैं जारी, स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी वेबसाइटों पर कार्रवाई करने के लिए शासन को लिखा है पत्र"

खबरें आजतक Live

लखनऊ (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। बिहार से यूएसए तक की वेबसाइट से उत्तर प्रदेश में फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनाए जा रहे हैं। दो माह के अंदर सिर्फ आजमगढ़ जिले में 18 हजार से अधिक फर्जी प्रमाण पत्र इन वेबसाइटों से जारी हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी वेबसाइटों पर कार्रवाई करने के लिए शासन को लिखा है। ज्ञात हो कि जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए कई फर्जी वेबसाइट चल रहे हैं। कोई वेबसाइट अमेरिका के पते पर तो कोई अंडमान निकोबार और बिहार के किसी व्यक्ति के पते पर रजिस्टर्ड हैं। जनसेवा केंद्र जल्द जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का झांसा देकर इन वेबसाइटों की मदद से फर्जी सर्टिफिकेट बना रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अपर शोध अधिकारी अंबरीश चंद शिवम ने बताया कि जनपद में सरकार की अधिकृत वेबसाइट के बजाय यूएस और बिहार के पते पर बनाई गईं फर्जी वेबसाइट से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। आजमगढ़ जिले में नवंबर माह में 12 हजार और दिसंबर में अब तक छह हजार से अधिक प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। इसमें जनसेवा केंद्रों की भी मिलीभगत है। आठ फर्जी वेबसाइट चिह्नित कर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। आजमगढ़ में बन रहे फर्जी प्रमाण पत्रों पर बलिया के अफसर की मुहर लग रही है।

आंवक गांव निवासी रमाशंकर के निधन के बाद परिजनों ने खालीसपुर जनसेवा केंद्र से प्रमाण पत्र बनवाया गया था। प्रमाण पत्र पर जारी अधिकारी की मुहर बलिया की दी गई है। जानकारी होने पर प्रधान जाहिद खां ने सीएमओ से शिकायत की थी। इसके बाद जांच शुरू हुई तो यें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। इसके बाद पूरे मामले की जांच शुरू हो गई है। सीएमओ कार्यालय में तैनात अपर शोध अधिकरी अंबरीशचंद शिवम ने बताया कि अमेरिका के एरिजोना के पते पर Xcrsigov.com पंजीकृत है। जबकि बिहार के पते पर crsrgi.in अंडमान निकोबार के पते पर crsgov.org.in के अलावा आंबेडकर नगर के पते पर दर्ज birthdeathonline.com से ज्यादा प्रमाणपत्र बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा चार और फर्जी वेबसाइट को विभाग ने चिह्नित किया है। इनसे दो घंटे में प्रमाणपत्र जारी हो जाता है और एक माह में रिकार्ड हट जाता है। प्रमाणपत्र के बार कोड को स्कैन करने पर सरकार की अधिकृत वेबसाइट crsorgi.gov.in दिखाई देती है। साथ ही मृत्यु प्रमाण पत्र क्रमांक डी-2022 और जन्म प्रमाणपत्र क्रमांक बी-2022 भी दिखाई देता है। फर्जी प्रमाण पत्रों में यें चीज दिखाई नहीं देती हैं।

रिपोर्ट- लखनऊ डेस्क

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