"यूपी के कौशांबी जिले में शीतला माता मंदिर में श्रद्धालु द्वारा जीभ काटने की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि एक और इसी तरह का मामला सीतापुर जिले से आया सामने"
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सीतापुर (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। यूपी के कौशांबी जिले में शीतला माता मंदिर में श्रद्धालु द्वारा जीभ काटने की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि एक और इसी तरह का मामला सीतापुर जिले से सामने आया है। यहां एक महिला ने मां ललिता देवी मंदिर में चीभ काटकर चढ़ा दी। लोगों का कहना है कि महिला ने मन्नत मांगी थी जो पूरी हो गई थी। यह पूरा घटनाक्रम विश्व विख्यात तीर्थ नैमिषारण्य के मां ललिता देवी मंदिर में देखने को मिला। जीभ कटने के बाद महिला की हालत ठीक बताई जा रही है। कुछ देर बाद वह अपने घर चली गई। शुक्रवार को पांचवें नवरात्र पर प्रसिद्ध तीर्थ नैमिषारण्य के मां ललिता देवी मंदिर में थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के बुढ़ाना गांव निवासी 40 वर्षीय महिला श्रद्धालु ऊधन तिवारी पत्नी जीतराम ने अपनी जुबान काटकर चढ़ा दी। महिला अपने पति और बेटी संग तीर्थ नैमिषारण्य आई थी। चक्रतीर्थ में मार्जन करने के बाद मां ललिता देवी के मंदिर दर्शन करने गई इस दौरान उसने लोगों की नजर से बचते हुए अपनी जुबान काटकर चढ़ा दी।
मुंह से खून बहता देख महिला के पति जीतराम ने जानकारी ली तो महिला ने बताया कि उसने अपनी गुप्त मनोकामना पूरी होने पर जबान काटकर मां को प्रसन्न किया है। फिलहाल महिला की हालत ठीक बताई जा रही है और वह अपने पति के साथ अपने घर चली गई है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नैमिष तीर्थ में मां ललिता देवी वैष्णव पीठ के नाम से जानी जाती है। परंतु नवरात्र पर्व पर मां दुर्गा के स्वरूप की इनकी पूजा आराधना की जाती है। दुर्गा देवी दुष्टों का संहार और भक्तों की सदैव रक्षा करती है। इस कारण नैमिष तीर्थ में विराजमान मां ललिता देवी के स्वरूप को नवरात्र में दुर्गा के स्वरूप में भक्त पूजा अर्चना करते हैं। मां जगदम्बा उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। बताते हैं कई बार ऐसा हुआ है जब श्रद्धालुओं ने अपने जीभ काट कर मां को समर्पित की है। नैमिष तीर्थ के प्रसिद्ध विद्वान डाक्टर अंबिका प्रसाद बताते हैं कि भक्ति का एक अंग हठ योग है। इस कारण भक्त ऐसा करते हैं।
रिपोर्ट- सीतापुर डेस्क