"सलेमपुर से भाजपा सांसद रविन्द्र कुशवाहा नें उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा को पत्र लिखकर विद्युत उपभोक्ताओं का घोर उत्पीड़न करने के खिलाफ एसडीओ सिकन्दरपुर व जेई माल्दह पर कड़ी कार्रवाई की किया मांग"
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सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। फूलों व खुशबुओं की नगरी कहे जाने वाले नगर सिकन्दरपुर में विद्युत वितरण खण्ड तृतीय बलिया अन्तर्गत सिकन्दरपुर के एसडीओ व जेई के खिलाफ आम जनता के आक्रोश के बाद इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया है तथा यह मुद्दा अब राजनीतिक गलियारों में भी तूल पकड़ने लगा है। विद्युत उपभोक्ताओं को डराने, धमकाने, अवैध वसूली, आमलोगों को प्रताड़ित करने व विद्युत विभाग के उपभोक्ताओं का घोर उत्पीड़न करने के संगीन आरोपों का दंश झेल रहे सिकन्दरपुर के उप खण्ड अधिकारी (एसडीओ) बलबीर यादव व अवर अभियंता (जेई) माल्दह हरिप्रताप के खिलाफ क्षेत्रवासियों के बाद अब राजनीतिक जनप्रतिनिधि भी इस लड़ाई के मैदान में उतर चुके हैं। इस मामलें में 7 मई 2022 को उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री राजधारी सिंह नें भी उत्तर प्रदेश सरकार के उर्जा मंत्री को पत्र लिखकर इन दोनों भ्रष्ट अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से अन्यत्र कहीं स्थानांतरण करने की मांग की थी। वही अब सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रविंद्र कुशवाहा ने भी उर्जा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
ऊर्जा मंत्री को लिखे पत्र में सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने उप खण्ड अधिकारी (एसडीओ) सिकन्दरपुर व अवर अभियंता (जेई) माल्दह दोनों अधिकारियों के कृत्यों के बारे में अवगत कराते हुए पत्र में लिखा है कि क्षेत्र के सम्मानित उपभोक्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा इनके विरुद्ध जबरन एफआईआर, अवैध धन वसूली एवं दुर्व्यवहार की लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। सांसद ने विद्युत विभाग के अधिकारियों पर संगीन आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा है कि जनहित कार्यों में रुचि ना लेकर इन अधिकारियों द्वारा सत्ता पक्ष के विरुद्ध एक विशेष दल के लिए संलिप्तता की शिकायतें भी क्षेत्रवासियों द्वारा की गई है। ऊर्जा मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सांसद रविंद्र कुशवाहा ने पत्र में लिखा है कि इन अधिकारियों का सभी तैनाती स्थल विवादित होने के साथ विभागीय कर्मचारियों एवं अधिकारियों से मारपीट एवं लड़ाई झगड़ों में विभिन्न जनपदों में प्राथमिकी दर्ज होने के साथ विभागीय उच्चाधिकारियों द्वारा कई बार चेतावनी भी जारी किया गया है। सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने जनहित में इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में अब यह देखना बहुत ही दिलचस्प होगा कि सांसद व पूर्व मंत्री द्वारा लिखित शिकायती पत्र पर संबंधित विभाग व उत्तर प्रदेश सरकार कोई ठोस कार्रवाई करती है या नहीं।
रिपोर्ट- विनोद कुमार गुप्ता