"रामनवमी के पावन पर्व पर महाविद्यालय के दशम् दीक्षान्त समारोह का हुआ आयोजन, दीक्षांत समारोह एक पुनीत यज्ञानुष्ठान है, जिससे जीवन की निर्धारित होती है दिशा"
खबरें आजतक Live |
रतसर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। स्नातकोत्तर महाविद्यालय रकसा के सभागार में रविवार को रामनवमी के पावन पर्व पर महाविद्यालय का दशम् दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें 13 स्वर्ण पदक सहित कुल 477 स्नातकों को उपाधियां प्रदान की गई। इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय विश्व विद्यालय गया (बिहार) के प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा एक विशिष्ट उपहार है। अध्ययनोपरान्त समाज में किस प्रकार रहना है, व्यवहार करना हैं तथा समाज और राष्ट्र के प्रति दायित्व का कराने वाला यह उपदेश है। यह कार्यक्रम हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। स्नातकों को संदेश देते हुए, उन्होंने कहा कि कभी भी हम समस्या का अंग न बने बल्कि समाधान का अंग बने। यही जीवन की सार्थकता है। समारोह की अध्यक्षता कर रही जेएनसीयू की कुलपति प्रो० कल्पलता पाण्डेय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि दीक्षांत समारोह एक पुनीत यज्ञानुष्ठान है, जिससे जीवन की दिशा निर्धारित होती है। अनुशासित जीवन शैली को अपनाने की सीख देता है।
उपाधि धारकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज से आपके कंधों पर परिवार, समाज और राष्ट्र के दायित्वों का बोझ है। आज से आपको जीवन की चुनौतियों का सामना करना है, जो आपके व्यक्तित्व का निर्धारण करेगा। यह समारोह जीवन जीने की कला की शिक्षा देता है। कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों के कर कमलों द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्ज्वलित कर हुआ। तत्पश्चात महाविद्यालय के छात्राओं द्वारा वंदना, स्वागत एवं कुलगीत प्रस्तुत किया गया। महाविद्यालय के संस्थापक व प्रबन्धक लल्लन सिंह ने मंचस्थ अतिथियों एवं समस्त अभ्यागतों का स्वागत करते हुए अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न भेंट किया। प्राचार्य डा० अशोक कुमार सिंह ने महाविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। इस अवसर पर डा० राजीव कुमार सिंह, डा० अभय नाथ सिंह, श्री संजय कुमार शुक्ल, डा० बीना पाण्डेय, श्री विकास सिंह, डा० अश्वनी कुमार पाण्डेय एवं डा० शारदा यादव द्वारा प्रकाशित विभिन्न पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। धन्यवाद ज्ञापन विकास सिंह एवं कार्यक्रम का संचालन डा० रूदल कुमार सिंह ने किया।
रिपोर्ट- संवाददाता अभिषेक पाण्डेय