Left Post

Type Here to Get Search Results !

धर्म: दान के लिए मशहूर इस मंदिर में इस श्रद्धालु ने दिया इस साल अब तक का सबसें बड़ा दान, चढ़ाया सोनें से बनीं एक करोड़ रुपए की तलवार

"समुद्र तल से 3200 फीट ऊंचाई पर बना सबसे बड़ा आकर्षण का केन्द्र हैं तिरुमला की पहाड़ियों पर बना श्री वेंकटेश्‍वर मंदिर"

खबरें आजतक Live

चित्तूर (ब्यूरो, आंध्र प्रदेश)। एक श्रद्धालु ने तिरुमला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर को सुनहरी तलवार सूर्यकथारी भेंट की है। इस दिव्य तलवार का वजन करीब 5 किलो है। इस तलवार का डिजाइन देखने में बेहद ही मनमोहक है। सुनहरा रंग होने की वजह से यह दूर से ही अपनी अनोखी चमक बिखेरती नजर आती है। हैदराबाद के एक कारोबारी श्रद्धालु एमएस प्रसाद सोमवार को मंदिर पहुंचे और उन्होंने विधिवत पूजा पाठ करने के उपरांत भगवान को सूर्यकथारी अर्पित की। मंदिर प्रबंधन की ओर से तिरुमला- तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी ए वेंकट धर्म रेड्डी ने यह तलवार श्रद्धालु से प्राप्त की। श्रीवारी मंदिर के रंगनायकुला मंडपम में भगवान वेंकटेश्वर को यह अनोउ भेंट दी गई। ज्ञात हो कि यह तलवार 2 किलोग्राम सोने और तीन किलो चांदी से बनी है। इस तलवार की कीमत करीब एक करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस साल मंदिर को प्राप्त होने वाला अब तक का यह सबसे बड़ा दान है। सूर्यकथारी शब्द वैदिक संस्कृति के 'सूर्य कटारी' से बना है।

यह हथियार तिरुमला पहाड़ियों में विराजमान भगवान वेंकटेश्वर का प्रमुख हथियार माना जाता है और अक्सर उनके हाथों में दिखता है। भगवान विष्णु की इस तलवार को 'नंदक' के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि यह तलवार स्वयं सूर्य देव ने उपहार में दी थी। जानकारी के मुताबिक भगवान वेंकटेश्वर को चढ़ावे में सोने-चांदी की तलवार सौंपने वाले श्रीनिवास उनके परम भक्त हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने सोने के तलवार देने की योजना पिछले साल ही बनाई थी। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इसमें एक साल की देरी हो गई। इस तलवार को तमिलनाडु के कोयम्बटूर में बनाया गया है। इसे बनाने में स्पेशलिस्ट ज्वेलर्स को भी करीब 6 महीने लग गए हैं। तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर तिरुपति में भगवान विष्णु का मंदिर है। यह दक्षिण भारत में सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में बने इस मंदिर में हर साल लाखों दर्शनार्थी पहुंचते हैं। यह मंदिर अपना स्थापत्यकला के साथ ही यहां मिलने वाले दान की वजह से भी चर्चा में रहता है।

रिपोर्ट- चित्तूर डेस्क

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
image image image image image image image

Image   Image   Image   Image  

--- Top Headlines ---