"श्री बीकाभगत सेवा संस्थान रतसर के तत्वावधान में संचालित रामलीला कमेटी द्वारा कोरोना काल व सामाजिक दूरी के बीच स्थानीय लोगों द्वारा मंचित 43वें संगीतमय रामलीला का हुआ समापन"
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रतसर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। श्री बीकाभगत सेवा संस्थान रतसर के तत्वावधान में संचालित रामलीला कमेटी द्वारा कोरोना काल व सामाजिक दूरी के बीच स्थानीय लोगों द्वारा मंचित 43वें संगीतमय रामलीला के पंद्रहवें दिन रविवार को समापन दिवस के प्रायोजक पूर्व प्रधान नईम अख्तर व प्रोपराईटर रुबी मैरिज हाल फैयाज अहमद रहे। आरती, वंदनादि कार्य राम लीला मंच पर सम्पन्न किया गया। इस अवसर पर फैयाज अहमद ने कहा कि चाहे कोई भी धर्म हो पुरुषोत्तम राम के आदर्श व चरित्र समाज के लिए सदा अनुकरणीय है। उनका जीवन मर्यादा की पराकाष्ठा है। हमे इस कोरोना काल मे और ज्यादा सजग रहने की आवश्यकता है। रामलीला में मुख्य रूप से विभीषण का राज्याभिषेक, राम-सीता मिलन, अग्नि परीक्षा, श्री राम भरत मिलाप, श्री राम की राज तिलक व राज गद्दी आदि का जीवंत दृश्य प्रस्तुति कर तुलसी दास की कल्पना को मंच पर साकार अभिनय कर पात्रों ने दर्शको को मंत्र मुग्ध कर दिया। "राम राज बैठे त्रयलोका, हर्षित भयहु गयहू सब शोका" को चरितार्थ करती हुई रामलीला समाप्त हुई। पात्र परिचय में श्रीराम- गोल्डन तिवारी, लक्ष्मण- गुड्डू यादव, सीता- राधेश्याम, हनुमान- गोरख यादव, सुग्रीव- चंद्रशेखर, अंगद- अनिल यादव, रावण- वरमेश्वर गिरी, अहिरावण- विजय शंकर यादव, मेघनाथ- देवेंद्र राजभर, विभीषण- कन्हैया यादव आदि कलाकारों की प्रस्तुति ने पूरें रामलीला मे जीवंतता प्रदान की।
सभी अभिनय कर रहे कलाकारों में खासा उत्साह देखने को मिला साथ ही हारमोनियम पर शिव बदन चौहान, ढोलक साजन राजभर, बैंजो संतोष, झाल धीरज, व्यास छोटे लाल यादव तथा निर्देशक- मुन्ना लाल श्रीवास्तव व पार्श्व संचालक चंदन कुमार पाण्डेय ने अपना नियंत्रण बखुबी कलाकारों पर बनायें रखा। बंटी, अनिल, विकास, अनिल ने अपने नृत्य कला से जीवंत प्रस्तुति दिया। ब्यास विरेन्द्र तिवारी द्वारा रामचरितमानस की चौपाईयों का संगीतमय मधुर पाठ भी बीच- बीच में हुआ। रामलीला का मंचन के अंतिम दिन "ब्रम्हा जी के लड़का कहाइ ले घर- घर झगड़ा लगाइ ले " नाट्य से एक सामाजिक जागरूकता का संदेश भी दिया तथा रामलीला कमेटी ने कलाकारों व रामलीला से जुड़े सहयोगियों को अंगवस्त्रम से सम्मानित भी किया। कार्यक्रम निर्वाधगति सायं 7:50 से देर रात्रि 12:30 तक हुआ। इस दौरान दर्शकजन रामलीला के अंत तक जमे रहे। शांति व्यवस्था व कोरोना काल को देखते हुए प्रभारी निरीक्षक पुलिस चौकी रतसर राम अवध, हेड कॉस्टेबल रंजीत सिंह, कॉन्स्टेबल मुकेश यादव, जय प्रकाश यादव, राहुल पाल आदि रामलीला स्थल पर अंत तक मौजूद रहे। फैयाज अहमद के साथ रवि श्रीवास्तव, राहुल जायसवाल, गुड्डू बरनवाल, डा० विपिन बिहारी उपाध्याय तथा सैकड़ों की संख्या मे स्थानीय महिला, पुरुष व बच्चे आदि मौजूद रहे। श्री बीकाभगत सेवा संस्थान के अध्यक्ष अजीत सिंह व रामलीला कमेटी के अध्यक्ष नंदू सिंह संयुक्त रूप से सभी का आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय