"पीड़िता के परिजनों से पैदल मुलाकात करने जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस ने किया गिरफ्तार"
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हाथरस (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश) उत्तर प्रदेश में हाथरस कांड पीड़िता के परिजन से मुलाकात करने जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के काफिले को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने रोक लिया, जिसके बाद वे पैदल ही हाथरस के लिए निकल गए। इसके बाद, पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर दोनों कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। राहुल गांधी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनके लाठी मारकर गिरा दिया। जहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को रोका गया था, वहां से हाथरस की दूरी 142 किलोमीटर है। उधर, हाथरस जिलाधिकारी पी० के० लक्षकार ने बताया कि जिले में सीआरपीसी की धारा-144 लागू कर दी गई है, जो आगामी 31 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी। जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी।
हाथरस जा रहे राहुल गांधी ने पुलिस से कहा, मैं अकेले हाथरस जाना चाहता हूं। कृपया बताएं कि किस धारा के तहत मुझे गिरफ्तार कर रहे हैं। इसके जवाब में पुलिस ने कहा कि हम आपको एक आदेश के उल्लंघन के लिए आईपीसी की धारा 188 के तहत गिरफ्तार कर रहे हैं। पैदल हाथरस जा रहे राहुल गांधी ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अभी पुलिस वालों ने मुझे धकेल के लाठी मारकर गिराया है। ठीक है, मैं कुछ नहीं कह रहा हूं, कोई प्रॉब्लम नहीं। उन्होंने कहा, ''मैं यह पूछना चाहता हूं कि क्या देश में सिर्फ मोदीजी ही पैदल चल सकते हैं। आम आदमी क्यों नहीं चल सकता है। हमारी गाड़ी को रोका गया, इसलिए हम लोग पैदल चलने लगे।
वहीं यूपी सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने राहुल और प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा, ये जो भाई-बहन दिल्ली से चले हैं, उन्हें राजस्थान जाना चाहिए था। जहां भी ऐसी घटना होती है, वह जघन्य अपराध होता है। राजस्थान में भी वारदात हुई थी, मगर कांग्रेस हाथरस की घटना पर गंदी राजनीति कर रही है।
इस घटना को लेकर देश भर में जगह-जगह प्रदर्शन किए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन करके इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने को कहा था। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किया है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कड़ा हमला करते हुए केंद्र सरकार से राज्य में नेतृत्व परिवर्तन करने या राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। राज्य सरकार ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मायावती के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में एक हजार से ज्यादा दलितों की हत्या हुई थी और आज वह सरकार पर उंगली उठा रही हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा सामूहिक बलात्कार की पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए गुरुवार को हाथरस के लिए रवाना हुए। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेता एक वाहन में सवार हैं। उनके साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कई अन्य नेता भी हाथरस के लिए रवाना हुए हैं। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाथरस में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना को बर्बरतापूर्ण एवं शर्मनाक करार देते हुए कहा कि पीड़िता के जबरन अंतिम संस्कार ने उन लोगों की कलई खोल दी है, जो मत हासिल करने के लिए झूठे वादे करते हैं और नारों का इस्तेमाल करते हैं।
रिपोर्ट- हाथरस डेस्क