प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर एक बार फिर बना चर्चा का विषय, मंदिर में इस युवक ने इस युवती के साथ किया ये काम, मंदिर के पुजारी हुए नाराज
"बांके बिहारी मंदिर में युवक ने युवती की भरी मांग, पहनाया मंगलसूत्र, वहीं वीडियो वायरल होने पर मंदिर के पुजारियों ने जताई घोर नाराजगी"
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वृन्दावन (ब्यूरो, उत्तर प्रदेश)। यूपी का प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बार मंदिर परिसर में युवक-युवती के द्वारा शादी करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें युवक-युवती एक दूसरे को वरमाला डालते देख रहे हैं। वायरल वीडियो लगभग दो महीने पुराना बताया जा रहा है। बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक युवक और युवती मंदिर के वीआईपी कटघरा (यहां से वीआईपी दर्शन करते हैं) के बराबर में खड़े हैं और एक दूसरे के गले में वरमाला डालते दिख रहे हैं। पहले साड़ी पहनी युवती और कुर्ता पायजमा पहने युवक को वरमाला डालती है फिर युवक युवती के गले में वरमाला डालता है। इसके बाद युवक अपने हाथ में ली हुई सिंदूर की डिब्बी खोलता है और युवती की मांग भी भरता है। फिर उसे मंगलसूत्र पहनता है। इस दौरान मंदिर में ऊपर जगमोहन में बैठा एक व्यक्ति उन्हें प्रसाद के रूप में थाल में से कुछ निकाल कर भी देता है। मंदिर में ठाकुर जी के समक्ष शादी होने का यह वीडियो वायरल होने पर मंदिर की सेवायतों ने रोष जताया है। मंदिर सेवायतों का कहना है कि शादी-विवाह कोई गुड्डे गुड़िया का खेल नहीं जो इस तरह से किया जाता है।
यह मंदिर की मान मर्यादा से खुला खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मंदिर के सेवायत मयंक गोस्वामी बंटू महाराज ने बताया कि हिंदू संस्कृति और सनातन धर्म में शादी करने की परंपरा का एक निश्चित विधि विधान है। उसी विधान के अनुरूप ही शादी कराया जाता है। जिस तरह से मंदिर के प्रांगण में युवक-युवती द्वारा शादी की औपचारिकता निभाई जा रही है, वह केवल मनोरंजन के तौर पर किया हुआ कार्य दिखाई पड़ रहा है। ऐसे लोग मंदिर की मान-मर्यादा के साथ तो खिलवाड़ कर ही रहे हैं, साथ ही उन्होंने विवाह की परंपरा का भी मजाक बनाकर रख दिया है। वहीं, मंदिर सेवायत शशांक गोस्वामी ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर में शादी-विवाह करने का कोई औचित्य नहीं बनता है। मंदिर के अंदर इस तरह से एक दूसरे के गले में वरमाला डालना, मांग में सिंदूर डालना, मंगलसूत्र पहनना यह मंदिर की परंपरा नहीं है। युवक-युवती द्वारा यह सब मंदिर प्रांगण में किया गया। इससे तो यही प्रतीत होता है कि यह लोग विवाह की परंपराओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। इन दोनों द्वारा मात्र विडियो रील बनाने के उद्देश्य यह सभी क्रियाएं मंदिर में की गईं। जो कि पूर्णतः अनुचित है। इसे किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
रिपोर्ट- वृन्दावन ब्यूरो डेस्क

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