"8वीं पास लोगों के पास अग्निवीर ट्रेड्समैन बनने का होगा मौका, आइए जानते हैं, नोटिफिकेशन में अग्निवीरों की भर्ती के क्या नियम बताए गए हैं और उन्हें क्या फायदे मिलेंगे और क्या नहीं"
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नई दिल्ली (ब्यूरो)। बिहार, यूपी, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में अग्निपथ स्कीम का विरोध चल रहा है, लेकन इस बीच अग्निवीरों की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी हो गया है। आप भारतीय सेना की वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर जाकर इस नोटिफिकेशन को डाउनलोड कर जानकारी हासिल कर सकते हैं। नोटिफिकेशन के मुताबिक जुलाई से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो जाएगी। इस भर्ती में 8वीं, 10वीं और 12वीं पास लोगों के लिए अलग-अलग मौके होंगे। 8वीं पास लोगों के पास अग्निवीर ट्रेड्समैन बनने को मौका होगा। आइए जानते हैं, नोटिफिकेशन में अग्निवीरों की भर्ती के क्या नियम बताए गए हैं और उन्हें क्या फायदे मिलेंगे और क्या नहीं। अग्निवीर जनरल ड्यूटी के लिए यदि आप आवेदन करना चाहते हैं तो फिर उसके लिए कम से कम 45 फीसदी अंकों के साथ 10वीं पास होना जरूरी है। इसके अलावा सभी विषयों में 33 फीसदी अंक हासिल करना जरूरी है। यही नहीं जिन बोर्ड्स में ग्रेड सिस्टम है, वहां के छात्रों के लिए जरूरी है कि उन्हें कम से कम डी ग्रेड मिला हो।
इसके अलावा 12वीं पास छात्र अग्निवीर टेक के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए यह जरूरी है कि 12वीं में उनके पास पीसीएम सब्जेक्ट के तौर पर रहा हो। वहीं किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास होने छात्र अग्निवीर क्लर्क और स्टोर कीपर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। यही नहीं 8वीं और 10वीं पास लोगों को भी अग्निवीर ट्रेड्समैन बनने का मौका मिलेगा। अग्निवीरों का सेवा कार्यकाल 4 साल का होगा। आर्मी ऐक्ट 1950 के तहत उन्हें भर्ती किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर देश में कहीं भी उन्हें तैनात किया जा सकता है। अग्निवीर बनने वाले किसी भी युवा को पेंशन और ग्रैच्युटी नहीं मिलेगी। एनरोलमेंट के साथ ही उनका कार्यकाल शुरू हो जाएगा। भारतीय सेना में अग्निवीरों की अलग ही रैंक होगी। किसी भी वक्त अग्निवीरों की तय ड्यूटी में बदलाव किया जा सकता है। अग्निवीरों को किसी भी रेजिमेंट और यूनिट में जरूरत के मुताबिक तैनात किया जा सकता है। इसके अलावा किसी भी क्षेत्र में ट्रांसफर किया जा सकता है। ट्रेनिंग समेत अग्निवीरों का सेवा काल 4 वर्ष का होगा।
उसके बाद उन्हें 11 लाख रुपये के सेवा निधि पैकेज के साथ सेना से विदाई दी जाएगी। इस 11 लाख रुपये की रकम में से 5 लाख रुपये की राशि उनकी सर्विस के दौरान मिलने वाली सैलरी के ही एक हिस्से से काटा जाएगा। इसके अलावा इतनी ही रकम सरकार की ओर से जमा की जाएगी और उसके ब्याज को जोड़कर कुल राशि 11 लाख रुपये हो जाएगी। अग्निवीरों को पूर्व सैनिकों को मिलने वाली एक्स-सर्विस मेन हेल्थ स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा कैंटीन फैसिलिटी और पूर्व सैनिक का दर्जा भी नहीं मिलेगा। इसके अलावा ऑफिशियल सीक्रेट्स ऐक्ट, 1923 के तहत वे सेवा के दौरान सेना के बारे में हासिल कोई भी संवेदनशील जानकारी किसी को शेयर नहीं कर सकेंगे। अग्निवीरों में से ही 25 फीसदी लोगों को 4 साल की सेवा के बाद नियमित सैनिक के तौर पर चुना जाएगा। हालांकि अग्निवीर बनने वाले किसी भी व्यक्ति का यह अधिकार नहीं होगा कि वह चुना ही जाएगा। यह पूरी तरह से भारतीय सेना की नियमावलि और परीक्षण पर निर्भर करेगा।
अग्निवीर बनने वाले लोगों के लिए नोटिफिकेशन में बड़ा ऐलान किया गया है कि अब नियमित सैनिकों की भर्ती उनमें से ही की जाएगी। सिर्फ मेडिकल ब्रांच में अलग से लोगों को भर्ती किया जाएगा। अग्निवीरों की सैलरी की बात करें तो उन्हें पहले वर्ष में अग्निवीरों को प्रति माह 30,000 रुपये की सैलरी मिलेगी। भत्ते अलग होंगे। दूसरे वर्ष में 33,000 प्रति माह की सैलरी मिलेगी और भत्ते अलग से दिए जाएंगे। तीसरे वर्ष अग्निवीरों की सैलरी बढ़कर 36,500 रुपये हो जाएगी। चौथे और आखिरी वर्ष में अग्निवीरों की सैलरी 40,000 रुपये प्रति माह होगी। अग्निवीरों को मिलने वाली सैलरी का ही 30 फीसदी हिस्सा सेवा निधि पैकेज के लिए काटा जाएगा। इसके अलावा उतनी ही राशि सरकार की ओर से भी जमा की जाएगी। सेवा निधि पैकेज पर कोई भी टैक्स नहीं लगेगा। अग्निवीर के तौर पर काम करने वाले लोगों को 48 लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर मिलेगा। किसी भी दुर्घटना की स्थिति में उन्हें यह लाभ मिलेगा। इसके अलावा दुर्भाग्यपूर्ण तौर पर यदि सेवा काल के दौरान उनकी शहादत होती है तो फिर परिजनों को 1 करोड़ रुपये का फंड मिलेगा।
रिपोर्ट- नई दिल्ली डेस्क