रतसर (बलिया) कोरोना के प्रसार पर अंकुश लगाने हेतु गठित ग्राम निगरानी समिति की बैठक समिति की अध्यक्षा ग्राम प्रधान स्मृति सिंह के आवास पर रविवार को संपन्न हुई। बैठक में ग्राम सचिव देवानंद गिरि सहित संबंधित आशाबहु, एएनएम, वार्ड मेंबर व आशा संगिनी उपस्थित रही। बैठक को संबोधित करते हुए ग्राम प्रधान स्मृति सिंह ने कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुझाये गये उपाय को व्यवहार में लाने की अपील की। बैठक में प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी और उनके क्वारंटीन सेंटर में रहने संबंधित व्यवस्था पर गहनता से विचार विमर्श किया गया।
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ग्रामप्रधान स्मृति सिंह से पूछने पर बताया कि होम कोरेन्टीन होने वालों के लिए शासन स्तर से कोई सुविधा नही है जबकि प्राथमिक विद्यालयों में कोरेन्टीन रहने वालों के लिए खंड विकास अधिकारी के माध्यम से 80 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से खान-पान पर व्यय है। समिति से जुड़े सभी सदस्यों का उनके कार्यों की समीक्षा भी की गई। बैठक में उपस्थित कई आशाबहुओं ने घर में क्वारंटीन व्यक्ति के परिजनों पर अभद्रता करने का आरोप लगाया और बताया कि ऐसे लोग स्पष्ट सूचना उपलब्ध नही करा रहे है। वहीं दूसरी तरफ़ सच पूछने पर अभद्रता करनें पर उतर आते है।
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ऐसे में उनको अपना कार्य संपादित करने में कई तरह की दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा है। नोडल अधिकारी देवानंद गिरि ने कहा कि कोविड-19 को देखते हुए राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा जो एडवाईजरी जारी की गई है उसका पालन करना हम सबका कर्तव्य है ।अन्य प्रांतों से घर आने वालों पर विशेष नजर रखे । उनकी आने की सूचना रजिस्टर में दर्ज कर इसकी सूचना स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर स्थापित कोरोना निगरानी टीम को दें। ऐसे लोग बाहर घुमते पाये जाय तो पुलिस को सूचना दे। कोई भी व्यक्ति यदि सही सूचना देने में आनाकानी करता है या अभद्रता करता है तो उसकी सूचना पर विधि सम्मत कार्यवाही की जायेगी।
रिपोर्ट- बलिया ब्यूरो लोकेश्वर पाण्डेय