Left Post

Type Here to Get Search Results !

आइए जानें सम्पूर्ण लॉकडाउन से कितने कम हो सकतें हैं कोरोना के मामलें, अध्ययन मे हुआ ये बड़ा खुलासा



नई दिल्ली (ब्यूरों) इक्कीस दिन का लॉकडाउन हो सकता हैं कि आपको परेशान कर रहा हो, लेकिन कोरोना जैसे भयावह संक्रामक वायरस को रोकने के लिए संपूर्ण लॉकडाउन ही सबसे बड़ा कारगर उपाय है। अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय का अध्ययन बताता है, कि एक सप्ताह के संपूर्ण लॉकडाउन से कोरोना का संभावित संक्रमण 161 गुना तक कम हो जाता है। यह यातायात और सोशल क्वारंटाइन जैसे उपायों से कहीं ज्यादा कारगर है। अध्ययन में बताया गया है कि यदि कोरोना वायरस को रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किए गए तो 15 मई तक प्रति एक लाख आबादी में से 161 लोग कोरोना के संक्रमण का शिकार बन जाएंगे।


अगर देशभर में इस दौरान यातायात प्रतिबंधित कर दिया जाए तो यह संख्या घटकर प्रति लाख आबादी पर 48 रह जाएगी। यातायात प्रतिबंध के साथ अगर लोगों को सोशल क्वारंटाइन कर दिया जाए तो भी प्रति लाख 4 लोग इस संक्रमण का शिकार होंगे। वहीं, एक सप्ताह का संपूर्ण लॉकडाउन कोरोना संक्रमण को एक व्यक्ति प्रति लाख आबादी पर ला सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो तीन सप्ताह का लॉकडाउन कोरोना वायरस के संक्रमण को पूरी तरह निष्प्रभावी कर सकता है। अध्ययन में कहा गया है कि अगर कड़े प्रतिबंध नहीं उठाए जाएंगे तो देश में कोरोना संक्रमण के मामले अभी जो कुछ सैकड़ा हैं, अगले ढाई महीनों में बढ़कर 16 लाख के पार चले जाएंगे। तब इन्हें रोकना असंभव हो जाएगा।


अध्ययन में कहा गया है कि वर्तमान दर के हिसाब से 15 अप्रैल तक कोरोना संक्रमण देश में 4800 तक पहुंच जाएगा। अगले एक महीने में यानी 15 मई तक 9.15 लाख, एक जून तक 14.60 लाख और 15 जून तक 16.30 लाख को पार कर जाएगा।
सटीक अध्ययनों की बात करें तो इस अध्ययन के आंकड़े अब तक काफी सही साबित हुए हैं। अध्ययन में 17,18 और 19 मार्च के लिए भारत में 119, 126 और 133 मामलों की भविष्यवाणी की गई थी। वास्तव में इन तारीखों पर क्रमशः 142, 156 और 194 केस दर्ज किए गए थे।

रिपोर्ट- स्कन्द विवेक धर

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
image image image image image image image

Image   Image   Image   Image  

--- Top Headlines ---