"एनसीपी नेता नवाब मलिक ने रविवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) बीजेपी अगर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश को मिलाकर एक देश बनाती है तो एनसीपी उसके इस कदम का करेंगी स्वागत"
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मुंबई (ब्यूरो, महाराष्ट्र)। मायानगरी मुंबई में स्थित कराची स्वीट्स के नाम पर उठा विवाद खत्म नहीं हो रहा है। महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने रविवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) बीजेपी अगर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश को मिलाकर एक देश बनाती है तो एनसीपी उसके इस कदम का स्वागत करेगी। यह टिप्पणी तब आई है जब शिवसेना नेता नितिन मधुकर नंदगांवकर ने बांद्रा में एक मिठाई की दुकान कराची स्वीट्स के मालिक को धमकी दी कि वह दुकान का नाम बदल ले क्योंकि उसका नाम पाकिस्तान के शहर के नाम पर है। सोशल मीडिया पर नंदगांवकर की कार्रवाई के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने मिठाई की दुकान के नाम का बचाव किया। उन्होंने कहा कि नाम बदलने के लिए यह शिवसेना का आधिकारिक रुख नहीं है।
उन्होंने कहा कि कराची की बेकरी और कराची की मिठाइयां पिछले 60 सालों से मुंबई में थीं और पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने कहा कि उनके नाम बदलने के लिए कहने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि बदलाव की मांग पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है। इसके तुरंत बाद, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, हम 'अखंड भारत' में विश्वास करते हैं। हम मानते हैं कि कराची एक दिन भारत का हिस्सा होगा। अपने बयान का जवाब देते हुए मलिक ने कहा कि जिस तरह से फडणवीस ने कहा था कि कराची भारत का हिस्सा होगा, एनसीपी कह रही है कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का विलय होना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर बर्लिन की दीवार को ध्वस्त किया जा सकता है तो भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक साथ क्यों नहीं आ सकते हैं? यदि बीजेपी इन तीन देशों को मिलाना चाहती है और एक ही देश बनाना चाहती है, तो हम निश्चित रूप से इसका स्वागत करेंगे।
रिपोर्ट- मुंबई डेस्क